नौकरी छोड़ने के बाद भी पीएफ अंशदान की सुविधा मिलेगी
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) कर्मचारियों के लिए भविष्य निधि का दायरा बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है। नौकरी छोड़कर व्यवसाय शुरू करने वाले लोगों को ईपीएफओ खाता चालू रखने की अनुमति दी जाएगी।...
नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) कर्मचारियों के लिए भविष्य निधि का दायरा बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है, जिससे बड़ी संख्या में लोगों को ईपीएफओ से जोड़े रखा जा सके। इससे उन्हें भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए ईपीएफओ में निवेश करने का विकल्प मिलता रहेगा। खासकर, उन लोगों को बड़ा लाभ होगा जो नौकरी छोड़कर अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय से जुड़े सूत्र ने बताया है कि ईपीएफओ का दायरा बढ़ाने पर गंभीरता से काम चल रहा है। सरकार चाहती है कि लोग भविष्य को ध्यान में रखकर अधिक संख्या में सुरक्षित तरीके से निवेश करने के प्रति आकर्षित हों। इसके लिए ईपीएफओ से बेहतर विकल्प नहीं है, जिसमें अंशदाता को अच्छा रिटर्न मिलता है।
मंत्रालय दो स्तर पर विचार कर रहा है। पहला, एक अगर कोई व्यक्ति बीच में नौकरी छोड़कर अपना व्यवसाय शुरू करता है तो उसे अपना ईपीएफओ खाता चालू रखने की इजाजत दी जाए। उसके द्वारा निजी स्तर पर होने वाले अंशदान के आधार पर संबंधित व्यक्ति को ब्याज दिया जाए। देश में ऐसे लोगों की संख्या लाखों में है, जिनका ईपीएफओ खाता नौकरी छोड़ने के बाद बंद हो जाता है। अब सरकार उन सभी को विकल्प देने पर विचार कर रही है।
दूसरा, सेवानिवृत्त के बाद अगर कोई व्यक्ति चाहता है कि नौकरी के दौरान उसके और नियोक्ता के हिस्से से किए गए अंशदान का इस्तेमाल पेंशन देने के रूप में किया जाए तो ऐसे इच्छुक व्यक्ति को विकल्प दिया जाए। ऐसा विकल्प चुनने वाले कर्मचारियों को कहीं ज्यादा पेंशन मिल सकेगी। बताया जा रहा है कि ईपीएफओ में अंशदान व पेंशन से जुड़े व्यापक सुधार को लेकर मसौदा तैयार किया जा रहा है, जिस पर जल्द ही वित्त मंत्रालय के साथ भी चर्चा होगा। जहां से स्वीकृति मिलने के बाद व्यापक बदलाव संभव है।
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