महिला कर्मचारी स्थाई करने की मांग पर अड़ी
::हड़ताल:: - शादीपुर, केशोपुर, राजघाट-1 समेत कई अन्य डिपो में भी कामबंद कर कर्मचारियों ने
नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता। डीटीसी की ओर से शनिवार को शुरू किए गए सखी डिपो में पहले दिन शुरू हुई महिला ड्राइवरों और कंडक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन रविवार को भी जारी रही। इन महिला कर्मचारियों के समर्थन में अन्य डिपो के कर्मचारी भी उतर आए और उन्होंने भी काम बंद कर दिया। इसकी वजह से रविवार को शादीपुर, केशोपुर, राजघाट-1, आंबेडकर नगर, ओखला, कालकाजी, नारायणा डिपो के कर्मचारियों ने भी रविवार सुबह हड़ताल कर दी। इसकी वजह से इन डिपो से सुबह के समय बसें कम संख्या में निकल सकी। कर्मचारियों का कहना है कि उनके स्थायीकरण की मांग को पूरा करने का लिखित आश्वासन मिलने के बाद ही काम पर लौटेंगे। शनिवार को ही परिवहन मंत्री ने सखी डिपो का उद्घाटन किया था। इस डिपो में सभी कर्मचारी महिलाएं हैं। पहले दिन महिला कर्मचारियों ने स्थायी नौकरी दिए जाने की मांग के लिए हड़ताल शुरू कर दी थी। इसके बाद रविवार शाम को डीटीसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन कर्मचारियों के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को डीटीसी मुख्यालय बुलाकर वार्ता की। डीटीसी कर्मचारी एकता यूनियन के महामंत्री मनोज शर्मा ने बताया कि कर्मचारियों की ओर से स्थायीकरण की मांग को पूरा करने या इसके लिए लिखित आश्वासन दिए जाने की मांग की गई है। अधिकारियों ने इससे इंकार कर दिया और प्रयास करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद महिला कर्मचारियों ने हड़ताल को जारी रखने का निर्णय लिया।
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महिला कर्मचारी की तबीयत बिगड़ी
सखी डिपो में महिला कर्मचारी रात भर धरने पर बैठी रहीं। उनका आरोप है कि डिपो प्रबंधक ने शौचालयों पर ताले लगवा दिए। इसकी वजह से कर्मचारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एक महिला कर्मचारी की तबीयत बिगड़ गई। साथी कर्मचारियों ने कॉल कर एंबुलेंस को बुलाया और बीमार कर्मचारी को अस्पताल ले जाया गया।
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