संविदा कर्मचारियों को स्थायी करने की मांग के लिए डीटीसी मुख्यालय पर धरना
- ट्रांसफर के लिए स्थानांतरण नीति बनाए जाने और संविदा ड्राइवर कर्मचारियों को समान कार्य, समान वेतन का नियम लागू करने की मांग
नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता। संविदा कर्मचारियों को स्थानीय किए जाने और समान कार्य के लिए समान वेतन दिए जाने समेत कई अन्य मांगों के लिए कर्मचारियों ने बुधवार को डीटीसी मुख्यालय पर धरना दिया। दिल्ली परिवहन मजदूर संघ के नेतृत्व में दिए धरने के दौरान कर्मचारियों ने डीटीसी अधिकारियों को ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि जल्द ही मांगें नहीं मानीं गई तो अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। संघ के अध्यक्ष कैलाश चंद मलिक ने कहा कि डीटीसी ने करीब 14 साल से अपने बेड़े में गाड़ियों की संख्या नहीं बढ़ाई है। डीटीसी के डिपो और संपत्तियों को इस्तेमाल करने के लिए प्राइवेट कंपनियों को दिया जा रहा है। डीटीसी के संसाधनों से प्राइवेट कंपनियां पैसा कमा रही हैं। उन्होंने कहा कि डीटीसी में बसों की संख्या नहीं बढ़ने की संविदा कर्मचारियों को स्थायी नहीं किया जा रहा है, जबकि दिल्ली सरकार ने पूर्व में वादा किया था। संघ के महामंत्री विजेंद्र सिंह ने कहा कि जो कर्मचारी अपने हितों के लिए आवाज उठा रहे हैं, उनका उत्पीड़न करने के लिए दूर-दूर ट्रांसफर कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के स्थानांतरण के लिए नीति बनाई जाए और उसी के आधार पर उनका स्थानांतरण किया जाए। उन्होंने समान कार्य-समान वेतन की नीति लागू कर ड्राइवरों और अन्य कर्मचारियों को एक समान वेतन दिए जाने की मांग की है। संगठन ने अपनी इन मांगों के लिए डीटीसी के डिप्टी सीजीएम को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि फिलहाल एक दिन का सांकेतिक धरना दिया गया है, अगर मांगें नहीं मानीं गई तो अनिश्चिकालीन धरना देंगे।
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