डीयू में मासिक धर्म अवकाश नीति लागू करने की मांग
दिल्ली विश्वविद्यालय की महिला शिक्षकों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर मासिक धर्म अवकाश नीति लागू करने की मांग की है। पत्र में महिलाओं की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का जिक्र करते हुए...
नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय में कार्यरत महिला शिक्षकों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को एक पत्र लिखकर मासिक धर्म अवकाश नीति लागू करने की अपील की है। यह पत्र दिल्ली विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद की सदस्य डॉ. सीमा दास, अकादमिक परिषद की सदस्य डॉ. ममता चौधरी और जीसस एंड मैरी कॉलेज की स्टाफ एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. रिचा राज ने संयुक्त रूप से लिखा है। पत्र में महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान होने वाली असुविधा, दर्द और अन्य शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के बारे में अवगत कराया गया है। पत्र में कहा गया है कि महिला शिक्षकों के लिए प्रति माह कम से कम दो दिन के भुगतान सहित मासिक धर्म अवकाश दिया जाए। पत्र में जापान, दक्षिण कोरिया, स्पेन और आयरलैंड जैसे देशों का हवाला देते हुए कहा गया है कि इन देशों ने ऐसी नीतियां लागू कर कार्यस्थल पर महिलाओं की जरूरतों को समझने और उन्हें सहयोग देने का उदाहरण प्रस्तुत किया है। साथ ही, भारत के कई राज्यों में भी ऐसी नीतियां पहले से लागू हैं।
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