मेट्रो फेज चार के निर्माणाधीन कॉरीडोर पर आर्थिक संकट के बादल
::प्रोजेक्ट अपडेट:: -दिल्ली मेट्रो के प्रबंध निदेशक विकास कुमार ने मुख्य सचिव को लिखा
नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। दिल्ली मेट्रो फेज चार के तीन निर्माणाधीन कॉरीडोर पर वित्तीय संकट गहरा गया है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक विकास कुमार ने दिल्ली सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के संशोधित बजट में मुख्य सचिव को पत्र लिखकर 7200 करोड़ रुपये की मांग की है। उन्होंने कहा कि मेट्रो फेज चार के तीन नए कॉरीडोर को समय पर पूरा करने के लिए और ठेकेदारों के बकाया भुगतान करना है। इसके लिए 7201 करोड़ रुपये की जरूरत है। विकास कुमार ने कहा कि यदि समय पर धनराशि उपलब्ध नहीं कराई गई तो फेज चार के कार्यान्वयन में देरी होगी। इससे लागत भी बढ़ जाएगी। दिल्ली मेट्रो फेज चार के तहत तीन नए कॉरीडोर, आरके आश्रम से जनकपुरी पश्चिम, एयरोसिटी से तुगलकाबाद और मुकुंदपुर से मौजपुर का निर्माण चल रहा है। इसे 2026 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। दो और लाइनों, लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ की मंजूरी इस साल के शुरुआत में मिली थी। बताते चलें कि, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए मेट्रो ने शुरुआत में ही 1772.86 करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन सिर्फ 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था।
समय पर रुपये मिलना जरूरी
डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक विकास कुमार ने अपने पत्र में लिखा कि लगभग 62 किमी की कुल लंबाई वाले तीन प्राथमिकता वाले कॉरीडोर की अनुमानित लागत 24 हजार 948 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं को समय सीमा में पूरा करने धन का समय पर उपलब्ध होना जरूरी है। विकास कुमार ने मुख्य सचिव को लिखे अपने पत्र में कहा कि फेज चार परियोजना का काम जोरो पर है और परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए बजट की जरूरत है।
तीन डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण
डीएमआरसी ने दिल्ली सरकार से लोक निर्माण विभाग को तत्काल 376 करोड़ रुपये जारी करने का भी आग्रह किया है, जो तीन डबल-डेकर फ्लाईओवर के निर्माण के लिए जरूरी है। जहां मेट्रो ट्रेनें ऊपरी डेक पर और वाहन निचले डेक पर चलेंगे। यह फ्लाईओवर एयरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर पर संगम विहार और अंबेडकर नगर स्टेशन के बीच 2.4 किमी लंबा, आजादपुर और रानी झांसी रोड चौराहे के बीच डबल डेकर पुल लगभग 2.2 किलोमीटर लंबा और भजनपुरा से यमुना विहार के बीच तीसरा पुल बन रहा है जो कि 1.4 किलोमीटर लंबा है। मेट्रो प्रबंधन ने कहा कि यह मेट्रो फेज चार से जुड़ा है। इसे तुरंत जारी किया जाना चाहिए।
इन मदों में मांगा गया पैसा
मुख्य सचिव को लिखे पत्र में डीएमआरसी प्रबंधन ने कहा है कि उन्हें ये पैसे 160 किलोमीटर लंबे मेट्रो फेज तीन के सभी कॉरीडोर और विस्तार के निर्माण कार्य के तहत बढ़ी लागत की देनदारी के लिए कुल 772 करोड़ रुपये चाहिए। मेट्रो योजनाओं के निर्माण के लिए जीका के ऋण का पुनर्भुगतान (मेट्रो फेज एक, दो और तीन) के लिए और विदेशी मुद्रा के मूल्यों में आए बदलाव के चलते लोन के भुगतान के लिए 2007.81 और 2871.59 करोड़ रुपये की मांग की है। इसके अलावा फेज चार के प्रस्तावित कॉरीडोर के लिए 922 करोड़ रुपये की मांग की है।
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