सोशल मीडिया के युग में बैनर, पोस्टर की चमक फीकी हुई
::बेरुखी:: नई दिल्ली, कार्यालय संवाददाता। दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों का अलग-अलग माध्यमों
नई दिल्ली, कार्यालय संवाददाता। दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों का अलग-अलग माध्यमों से चुनाव प्रचार जारी है। मगर, सोशल मीडिया के प्रचार के आगे बाजारों में राजनीतिक दलों के झंडे, बैनर, पोस्टर सहित दूसरे उत्पादों की चमक फीकी पड़ गई है। सदर बाजार के कारोबारी चुनाव प्रचार सामग्री की बिक्री पहले की तरह न होने से चिंतित हैं। बाजारों में विभिन्न राजनीतिक दलों के चिह्न वाली सर्दी की टोपी, हुडी जैकेट, मफलर और जैकेट उपलब्ध है। दुकानें अंदर और बाहर से विभिन्न राजनीतिक दलों के झंडों से पटी पड़ी है। कारोबारियों का कहना है कि अब राजनीतिक दल सीधा कारखाने से प्रचार सामग्री उठाने लगे हैं। कुछ राजनीतिक दल बड़े उद्योगपतियों से सीधा प्रचार सामग्री खरीद रहे हैं। ऐसे में उम्मीदवार उन तक प्रचार सामग्री की खरीद के लिए पहुंच ही नहीं रहे हैं।
प्रचार की सख्ताई ने भी घटाई मांग
इसके अलावा प्रचार में की गई सख्ती से मांग घट गई है। आलम यह है कि चुनावी मौसम में कुछ कारोबारी रविवार के दिन अपनी दुकान बंद करके बैठे हैं जो पहले कभी दिनभर खुलती थी। सदर बाजार में झंडों का कारोबार करने वाले हरप्रीत सिंह ने बताया कि इस बार समझ नहीं आ रहा कि चुनाव है या नहीं। बीते 10-15 सालों में ऐसा पहली बार है कि रविवार को दुकान बंद की है। अब चुनाव प्रचार सामग्री की मांग घट गई है। सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों का अधिक इस्तेमाल होने लगा है।
हुडी जैकेट से लेकर मफलर भी उपलब्ध
सदर बाजार में चुनाव प्रचार सामग्री को लेकर पटका, बैज, पेपर लड़ी, मास्क, हुडी जैकेट, टोपी, मफलर की थोक बिक्री करने वाले महेंद्र कुमार अरोड़ा ने बताया कि अभी तक कुछ खास मांग राजनीतिक दलों की तरफ से बाजार में देखने को नहीं मिली है। 20 जनवरी के बाद से माल उठने की थोड़ी उम्मीद है क्योंकि अभी तक सभी नामांकन की प्रक्रिया में व्यस्त थे। अब रैली और जनसभा का दौर शुरू होगा तो उसमें चुनाव प्रचार सामग्री की मांग बढ़ेगी। दो रुपये से लेकर 150 रुपये की कीमत में प्रचार के लिए अलग-अलग तरह की सामग्री उपलब्ध है।
डिजिटल प्रचार बढ़ने से मांग कम हुई
सदर बाजार के रूई मंडी में चुनाव प्रचार सामग्री का कारोबार करने वाले सौरभ गुप्ता ने बताया कि डिजिटल प्रचार बढ़ने से चुनाव प्रचार सामग्री की मांग कम हो गई है। सर्दी को लेकर राजनीतिक दलों के लिए मफलर, टोपी, हुडी जैकेट तैयार की है। इस पर प्रमुख राजनेताओं की तस्वीर छपी हुई है। राजनेताओं के कटआउट भी उपलब्ध हैं। अब पहले की तरह कारोबार नहीं है।
चुनिंदा दुकानदार कर रहे कारोबार
सदर बाजार के कारोबारी मनोज कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव के समय थोड़ा बहुत काम था। दूसरे राज्यों से भी लोग प्रचार सामग्री की खरीद के लिए आ रहे थे, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार सामग्री की कोई खास मांग नहीं हैं। बिचौलियों के बढ़ने से राजनीतिक दल सीधा कारखाने से माल खरीदते हैं। पहले एक हजार दुकानों पर प्रचार का सामान सदर बाजार में बिकता था। देशभर से खरीदार आते थे।
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