क्राइम ब्रांच का अधिकारी बता तीन इलाकों में ठगी
धोखाधड़ी - शाहदरा, मानसरोवर पार्क और मंडालवी में की वारदात - तीनों मामलों में...
धोखाधड़ी
- शाहदरा, मानसरोवर पार्क और मंडालवी में की वारदात
- तीनों मामलों में केस दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी
नई दिल्ली। कार्यालय संवाददाता
यमुनापार इलाके के शाहदरा, मानसरोवर पार्क और मंडावली में ठगी की तीन मामले सामने आए हैं। तीनों ही मामलों में आरोपियों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए ठगी की वारदात को अंजाम दिया। तीनों मामलों में पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है।
केस-1
जांच के नाम पर महिला के गहने उड़ाए
पीड़िता 50 वर्षीय मीना वर्मा परिवार के साथ शाहदरा के विश्वास नगर इलाके में रहती हैं। मीना शुक्रवार को सीमापुरी में अपनी बहन से मिलने के लिए गई थीं लेकिन वह घर पर नहीं मिली। मीना लौट रही थी। इस क्रम में दोपहर करीब तीन बजे वह सीमापुरी से बस पकड़कर शाहदरा बस स्टैंड पर उतरीं और विश्वास नगर जाने वाली बस का इंतजार करने लगीं। इस दौरान एक युवक आया जिसने मीना से विश्वास नगर जाने वाली बस के बारे में पूछा। इसी बीच वहां कार सवार दो युवक पहुंचे। वे भी विश्वास नगर जाने का रास्ता पूछने लगे। युवक उनकी कार में बैठ गया और मीना को भी बैठने के लिए कहा। वह भी कार में बैठ गईं। कार सवार युवकों ने कहा कि वे क्राइम ब्रांच से हैं। इलाके में 42 लाख रुपये की चोरी हुई है। 12 लाख रुपये मिल गए हैं, बाकी रुपये व गहनों की तलाश चल रही है। उन्होंने मीना से गहने उतारकर एक लिफाफे में रखने को कहा। पुलिस वाले समझकर मीना ने सोने और चांदी की अंगूठी, कान के दोनों कुंडल लिफाफे में रखने के लिए दे दिए। विश्वास नगर पहुंचने के बाद मीना उतरने लगीं तो आरोपियों ने उन्हें लिफाफा लौटा दिया और चले गए। लेकिन, मीना ने लिफाफा खोला तो गहने नहीं थे।
केस-2
लोन दिलाने की बात कहकर दो लाख ले लिए
पहाड़गंज में 27 वर्षीय अभिषेक खंडेलवाल परिवार के साथ रहते हैं। अभिषेक अपनी दुकान चलाते हैं। पिछले साल अभिषेक ने अपनी दुकान को बढ़ाने के लिए लोन लेने की योजना बनाई। इस संबंध में वह मानसरोवर पार्क में रनित सिंघल नाम के शख्स से मिले। रनित ने उनकी दुकान पर लोन मिलने की बात से इंकार कर दिया। लेकिन, कुछ दिन बाद दोबारा फोन कर अपने दफ्तर बुलाया। रनित ने बताया कि उसके पास एक प्रॉपर्टी है, जो आधे दाम में मिल रही है। उसे अगर ले लो तो तो उस पर लोन मिल जाएगी। रनित ने प्रॉपर्टी के कागजात दिखाए। अभिषेक उसके झांसे में आ गए। रनित ने कहा कि इसके लिए कुछ रुपये खर्च करने पड़ेंगे। अभिषेक से रनित ने कई बार में 1.96 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद भी न प्रॉपर्टी दिलाई और न ही लोन। अभिषेक की शिकायत पर शुक्रवार को मानसरोवर पार्क थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
केस-3
नकली नोटों की गड्डी थमा पांच लाख लेकर फरार
राजस्थान के बिकानेर के रहने वाले 50 वर्षीय विष्णु दत्त रंगा पूजा-पाठ कराते हैं। विष्णु ने बताया कि करीब पांच महीने पहले उनके पास दिल्ली से मनोज नाम के युवक का फोन आया। उसने उन्हें पूजा के लिए बुलाया। विष्णु ने कहा कि जब दिल्ली आऊंगा तो पूजा करा दूंगा। इसके बाद मनोज लगाकर लगातार उनके संपर्क में बना रहा। कुछ दिन पहले मनोज ने कहा कि उसे दो हजार रुपये के नोट चाहिए, इसके बदले वह पांच-पांच सौ रुपये के नोट लाखों में देगा। विष्णु उसके झांसे में आ गए। 24 मार्च को विष्णु पांच लाख रुपये लेकर मंडावली इलाके के अक्षरधाम मंदिर के पास पहुंचे, जहां मनोज मिला। मनोज ने विष्णु से पांच लाख रुपये ले दिए और एक थैली में पांच सौ रुपये के नोट दिखाते हुए उन्हें थमा दिए। घर लौटकर विष्णु ने देखा तो नोट नकली थे। मंडावली थाने की पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
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