मुख्यमंत्री आवास के बाहर बस मार्शलों ने धरना दिया
- पुलिस की मौजूदगी में विधायक कार्यालय जाकर ज्ञापन सौंपा, स्थायी नौकरी मांगी, तीन दिन में मांग पूरी करने का आश्वासन
नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता। बस मार्शलों और सिविल डिफेंस कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आतिशी के कालकाजी स्थित आवास के बाहर धरना देकर स्थायी नौकरी की मांग की। हाथों में तख्तियां लेकर तकरीबन एक किलोमीटर पैदल मार्च कर सीएम आवास पर पहुंचे मार्शलों ने कई घंटे तक धरना दिया। बस मार्शलों ने दिल्ली सरकार पर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। उन्होंने विधायक कार्यालय पर जाकर मुख्यमंत्री के स्टाफ को ज्ञापन दिया, लेकिन सीएम से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। बस मार्शलों को अब तीन दिन के भीतर मांग पर कार्रवाई का आश्वासन मिला है। मुख्यमंत्री आतिशी ने बीते सप्ताह घोषणा की थी कि बस मार्शलों को स्थायी नौकरी दिए जाने का प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेजा जाएगा और जब तक उन्हें स्थायी नौकरी नहीं मिलती, तब तक बसों पर बहाली करके उन्हें वेतन दिया जाएगा। इस अस्थायी नौकरी के प्रस्ताव से बस मार्शल सहमत नहीं है। इसके विरोध में मंगलवार को बड़ी संख्या में बस मार्शल और सिविल डिफेंस के कार्यकर्ता पहले इरोज सिनेमा के पास एकत्र हुए और यहां से पैदल मार्च कर मुख्यमंत्री आतिशी के कालकाजी स्थित आवास पर पहुंचे।
बस मार्शलों ने 60 साल के लिए स्थायी नौकरी की मांग करते हुए मुख्यमंत्री से वार्ता कराए जाने की मांग की। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें शांत कराया और ज्ञापन देने की बात की। बस मार्शल मुकेश पाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के आवास पर मौजूद न होने की वजह से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। इसके बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में विधानसभा क्षेत्र में बने मुख्यमंत्री के कार्यालय पर जाकर ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि जल्द ही स्थायी नौकरी का प्रस्ताव उपराज्यपाल के पास नहीं भेजा गया तो सभी बस मार्शल फिर से मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना देंगे और हर विधानसभा क्षेत्र में जाकर आप नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।