Hindi Newsएनसीआर न्यूज़नई दिल्लीAssam CM Condemns Miya Bihu and Defends Traditional Bihu Songs

असम में ‘मिया बिहू गायक अल्ताफ हुसैन गिरफ्तार

नोट :: पहला क्रासर ठीक किया गया है ------------------------ मुख्यमंत्री ने कहा, हम अपनी

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 1 Sep 2024 02:53 PM
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मुख्यमंत्री ने कहा, हम अपनी सामाजिक व्यवस्था पर किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे -हमारे गौरव बिहू गीतों को ‘मिया बिहू के रूप में कोई भी असमिया स्वीकार नहीं करेगा

गुवाहाटी, एजेंसी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि ‘मिया बिहू को लोकप्रिय बनाने की कोशिश करने के लिए गायक अल्ताफ हुसैन को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भी असमिया व्यक्ति अपने पारंपरिक बिहू गीतों को ‘बहुत अलग रूप में बदलने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने एक नए समाज में प्रवेश करने वाले समुदाय को उस समाज की ‘मौलिक विशेषताओं को आत्मसात करने और स्वीकार करने की आवश्यकता को रेखांकित किया।

शनिवार देर रात फेसबुक पोस्ट में सरमा ने कहा, कुछ लोग ‘मिया बिहू को लोकप्रिय बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे ही एक गायक अल्ताफ हुसैन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा रविवार को एक्स पर साझा की गई मूल पोस्ट की 2.27 मिनट की क्लिप में, सरमा ने जोर देकर कहा कि जब तक असमिया समाज कायम रहेगा, वह गरिमा के साथ ऐसा करेगा।

उन्होंने कहा, हम अपनी सामाजिक व्यवस्था पर किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे। और हम पर हमला करने की ऐसी कोशिशें भी नहीं होनी चाहिए। सरमा ने इस बात पर जोर दिया कि एक समुदाय को उस नए समाज के साथ आत्मसात करना चाहिए जिसका वह हिस्सा बनता है। उन्होंने कहा, हमें कुछ चीजों को छोड़ना होगा और कुछ को थामे रखना होगा। लेकिन अगर हम छोड़ने के बजाय थामे रहने के लिए अधिक इच्छुक हैं, तो कोई भी समुदाय नए समाज में आत्मसात नहीं हो सकता।

उन्होंने सवाल किया, अगर हमारे गौरव बिहू गीतों को ‘मिया बिहू में बदल दिया जाता है, तो कौन सा असमिया इसे स्वीकार करेगा। सरमा ने कहा, मुझे नहीं पता कि हम कब तक जीवित रहेंगे, लेकिन जब तक हम यहां हैं, हम सिर झुकाकर नहीं रहेंगे। हम सम्मान के साथ सिर ऊंचा करके जिएंगे। उम्मीद है कि लोग इस संदेश को सकारात्मक तरीके से लेंगे।

बांग्लाभाषी मुसलमानों के लिए इस्तेमाल होता है ‘मिया शब्द :

‘मिया मूल रूप से असम में बंगाली बोलने वाले मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक अपमानजनक शब्द है। गैर-बंगाली भाषी लोग आमतौर पर उन्हें बांग्लादेशी अप्रवासी के रूप में पहचानते हैं। हाल के वर्षों में, समुदाय के कार्यकर्ताओं ने इस शब्द को विरोध के संकेत के रूप में अपनाना शुरू कर दिया है। सरमा ने पिछले सप्ताह विधानसभा में कहा था कि वह पक्ष लेंगे और ‘मिया मुसलमानों को असम पर कब्जा नहीं करने देंगे, जिस पर विपक्षी बेंचों ने कड़ी आपत्ति जताई थी और सदन में हंगामा हुआ था। उन्होंने सदन में यह भी दावा किया कि राज्य के मिया मुस्लिम बहुल इलाकों में हिंदुओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें अपने मूल स्थानों को छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

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