‘हिंडनबर्ग रिपोर्ट के पीछे अंतरराष्ट्रीय साजिश की चौतरफा जांच हो
शब्दःःः 288 - ऑल इंडिया बार एसोसिएशन ने दुश्मन देशों की रणनीति का हिस्सा
नई दिल्ली, एजेंसी। ऑल इंडिया बार एसोसिएशन (एआईबीए) के अध्यक्ष डॉ. अदिश अगरवाला ने अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिपोर्ट के पीछे कथित अंतरराष्ट्रीय साजिश की चौतरफा जांच की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट दुश्मन देशों द्वारा मौजूदा केंद्र सरकार और प्रमुख व्यवसायिक उद्यमों को निशाना बनाने की रणनीति का हिस्सा हो सकती है। एआईबीए अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता अदिश अगरवाला ने केंद्र से रिपोर्ट की विश्वसनीयता और इसके संभावित प्रभाव के बारे में चिंताओं को दूर करने के लिए व्यापक जांच शुरू करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट भारत के दुश्मनों द्वारा देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के जानबूझकर किए गए प्रयास का हिस्सा है। एआईबीए अध्यक्ष ने कहा कि भारत में अपने पड़ोसी देशों के विपरीत आर्थिक विकास और स्थिरता का माहौल है। ये देश आर्थिक कठिनाइयों और नागरिक अशांति से जूझ रहे हैं।
अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए रिपोर्ट जारी
एआईबीए अध्यक्ष ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से जारी की गई। रिपोर्ट भारत की वित्तीय प्रणाली के प्रति भरोसे को कम करने और आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए तैयार की गई।
आरोप निराधार
अदिश अगरवाला ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की अध्यक्ष माधबी बुच और उनके पति धबल बुच के खिलाफ हिंडनबर्ग के नवीनतम आरोपों में कोई आधार नहीं नजर आता। उन्होंने कहा कि एक इकाई के रूप में हिंडनबर्ग में विश्वसनीयता की कमी है, खासकर तब जब इसकी रिपोर्ट को संभावित रूप से पक्षपाती या सबूतों की कमी के रूप में देखा जाता है। अगर रिपोर्ट में ठोस विवरण थे, तो उन्हें अदालत में ले जाना चाहिए था।
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