बचत जमा पर ब्याज बढ़ाकर 6 प्रतिशत किया जाए
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने केंद्रीय बजट 2025-26 के लिए वित्त मंत्री से बचत बैंक जमा पर ब्याज दर 6% करने और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 2% अतिरिक्त ब्याज की मांग की। उन्होंने चिकित्सा बीमा...
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हैदराबाद, एजेंसी। केंद्रीय बजट 2025-26 के दौरान सरकार के विचारार्थ सुझाव प्रस्तुत करते हुए अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आग्रह किया कि बचत बैंक जमा पर ब्याज दर को बढ़ाकर छह प्रतिशत वार्षिक किया जाए तथा वरिष्ठ नागरिकों की बचत तथा सावधि जमा पर अतिरक्ति दो प्रतिशत ब्याज दिया जाए। एआईबीईए महासचिव ने सी एच वेंकटचलम ने वित्त मंत्री से अनुरोध किया कि सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा भुगतान किए जा रहे चिकित्सा बीमा प्रीमियम के साथ-साथ सेवारत कर्मचारियों के मामले में बैंक प्रबंधन द्वारा भुगतान किए जा रहे प्रीमियम को जीएसटी के दायरे से मुक्त रखा जाए। उन्होंने कहा कि ग्रेच्युटी भुगतान अधिनियम, 1972 के तहत ग्रेच्युटी की सीमा को सरकारी कर्मचारियों की सीमा के अनुरूप बढ़ाकर 25 लाख रुपये किया जाना चाहिए।
एआईबीईए के महासचिव ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने अपने खातों में न्यूनतम शेष राशि न रखने के लिए जुर्माने के रूप में लगभग 35,000 करोड़ रुपए वसूले हैं। बैंकों को ग्राहकों को ठगने से रोकने की सलाह दी जानी चाहिए। संघ नेता ने कहा कि बैंकों को दो प्रतिशत वार्षिक दर से कृषि ऋण और ब्याज छूट के साथ पांच प्रतिशत की दर से गरीब वर्ग के लोगों को रियायती ब्याज दर पर शिक्षा ऋण देना चाहिए।
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