एआई तकनीक के कैमरे कैदियों के पास पकड़ेंगे हथियार
::तैयारी:: - हर वार्ड में लगाए जाएंगे एआई तकनीक वाले कैमरे - नई तकनीक
नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता। तिहाड़ जेल के सभी वार्डों में एआई तकनीक के कैमरे लगाने की तैयारी चल रही है। इससे पहले जेल प्रशासन ने तीन वार्ड में एआई तकनीक के कैमरे ट्रायल के तौर पर लगाए थे। ट्रायल सफल होने के बाद जेल प्रशासन ने यह फैसला लिया। नई तकनीक का फायदा मिलेगा
सूत्रों ने बताया कि जेल में लगातार कैदियों के बीच झगड़े सामने आते हैं। झगड़े के दौरान कैदी अपने द्वारा बनाए गए हथियारों से एक दूसरे पर हमला करते हैं। ऐसे में जेल प्रशासन ने कैदियों पर नजर रखने के लिए एआई कैमरे लगाने का फैसला किया था। इसके तहत तीन वार्ड में ट्रायल के लिए एआई तकनीक वाले कैमरे लगाए गए थे। जिन वार्डों में ये कैमरे लगे थे, वहां जेल प्रशासन ने कई कैदियों के पास हथियार पकड़े थे। ये हथियार जेल प्रशासन ने एआई कैमरों से मिले अलर्ट के बाद पकड़े थे। एआई कैमरे ने कैदियों के पास मौजूद हथियारों की फोटो लेकर प्रशासन को अलर्ट किया। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और कैदियों की तलाशी लेकर उनके पास से हथियार बरामद किए।
चम्मच से बना लेते हैं हथियार
सूत्रों ने बताया कि कैदी जेल में चम्मच, पंखे, ग्रिल जैसी वस्तुओं से हथियार बनाते हैं। कैदी जेल प्रशासन से छिपाकर अपने वार्ड में चम्मच, ग्रिल आदि का टुकड़ा ले जाते हैं। फिर उसे घिसकर नुकीला करते हैं। नुकीला होने के बाद वह इन्हें हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते हैं।
7500 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं
तिहाड़ जेल में दो हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों की तीन शिफ्ट में तैनाती होती है। वर्तमान में इस जेल में 7500 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। एक दूसरे से संपर्क साधने के लिए तैनात जवान वॉकी-टॉकी से लैस होते हैं। जेल में बायोमीट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लगा है। यानी यहां कोई भी कर्मचारी बिना फिंगरप्रिंट लगाए एंट्री नहीं कर सकता।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।