जिगोलो बनाने का झांसा देकर 80 बेरोजगार युवकों को ठगा
साइबर अपराध - साइबर सेल ने उत्तम नगर से आरोपी को दबोचा - युवाओं को
साइबर अपराध
- साइबर सेल ने उत्तम नगर से आरोपी को दबोचा
- युवाओं को फंसाने के लिए बना रखी थी वेबसाइट
नई दिल्ली। वरिष्ठ संवाददाता
बेरोजगार युवकों से ठगी का एक नया तरीका सामने आया है। पश्चिमी दिल्ली जिला पुलिस की साइबर सेल ने उत्तम नगर से एक ऐसे बदमाश को गिरफ्तार किया है, जो युवाओं को जिगोलो बनाने का झांसा देकर उनसे ठगी करता था। आरोपी ने इसके लिए बकायदा वेबसाइट बनाई हुई थी। अब तक 80 से ज्यादा युवाओं से ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी के पांच बैंक खातों में मौजूद 23 लाख रुपए की राशि सीज करवाई है।
पुलिस उपायुक्त दीपक पुरोहित ने बताया कि राकेश नाम के युवक ने जनकपुरी थाना पुलिस को शिकायत दी थी। अपनी शिकायत में उसने बताया कि वह नौकरी की तलाश कर रहा था। इसी दौरान उसने एक वेबसाइट देखी, जिस पर जिगोलो क्लब में शामिल कर नौकरी देने की बात कही गई थी। वेबसाइट पर दिए गए नंबरों पर बात करने पर जिगोलो क्लब में एंट्री फीस के नाम पर 11 हजार रुपए मांगे गए। पीड़ित ने रुपये बताए गए बैंक खाते में भेज दिए। इसके बाद आरोपियों ने उसे जनकपुरी बुलाया। वहां पहुंचने पर पीड़ित ने आरोपियों से संपर्क की कोशिश की तो उन्होंने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया था। ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने जनकपुरी थाना पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच में बढ़ सकती है पीड़ितों की संख्या
साइबर सेल के इंस्पेक्टर अरुण कुमार, एसआई अमित वर्मा और हेडकांस्टेबल विवेक की टीम ने बैंक खाता, मोबाइल नंबर और वेबसाइट से महत्वपूर्ण सुराग जुटाए और आरोपी अंकित को उसके घर के पास उत्तम नगर से 20 अक्तूबर को दबोच लिया। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ शुरू की तो उसने बताया कि वह लंबे समय से इस काम में लगा हुआ है। पिछले तीन माह में ही उसने 80 से ज्यादा लोगों से ठगी की है। पुलिस ठगी के शिकार अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है। यह आंकड़ा बढ़ सकता है।
पुलिस ने बैंक खाते सीज कराए
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी की उम्र 20 साल है और उसने ठगी के रुपयों से अच्छी-खासी प्रॉपर्टी बना ली है। पुलिस आरोपी की प्रॉपर्टी की भी जांच कर रही है। पुलिस को जांच के दौरान पांच बैंक खाते मिले हैं, जिनमें कुल जमा 23 लाख रुपयों को पुलिस ने बैंक की मदद से सीज करवा दिया है।
शर्म के चलते लोग शिकायत नहीं करते
आरोपी ने बताया कि इस समय कई लोगों के पास काम नहीं हैं और वे इंटरनेट की मदद से काम तलाश रहे हैं। ऐसे में आरोपी ने वेबसाइट पर आने वाले लोगों को ज्यादा से ज्यादा रुपये कमाने का झांसा दिया। झांसे में लेने के बाद वह लोगों को बढ़िया रुपया कमवाने की बात कहकर क्लब में शामिल करने के नाम पर एंट्री फीस, सिक्योरिटी मनी व अन्य एवज में खाते में रुपये जमा करवा लेता था। इसके बाद नंबर ब्लॉक कर दिया करता था। आरोपी ने बताया कि ज्यादात्तर लोग ठगी होने के बाद पुलिस को शर्म के चलते शिकायत नहीं करते थे। ऐसे में वह इतने दिनों से पकड़ा भी नहीं गया।
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