Hindi Newsएनसीआर न्यूज़More than 1000 CISF personnel will handle Jewar airport security

1000 से ज्यादा CISF जवान संभालेंगे जेवर एयरपोर्ट की सुरक्षा कमान, दिसंबर में शुरू होगा ट्रायल रन

जेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ के 1047 जवानों की तैनाती होगी। अविवाहित जवानों को एयरपोर्ट परिसर में ही फ्लैट मिलेगा, जबकि विवाहित जवानों के लिए यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (यापल) ठहरने की व्यवस्था करेगा।

Praveen Sharma हिन्दुस्तान, ग्रेटर नोएडाTue, 3 Sep 2024 01:44 AM
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नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के 1047 जवानों की तैनाती होगी। अविवाहित जवानों को एयरपोर्ट परिसर में ही भवन मिलेगा, जबकि विवाहित जवानों के लिए यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (यापल) ठहरने की व्यवस्था करेगा। यह निर्णय लखनऊ में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया।

बैठक में एयरपोर्ट पर अब तक हुए कार्यों की समीक्षा की गई। विमानों की उड़ान के लिए जरूरी रडार सिस्टम और अन्य उपकरणों की स्थिति के बारे में जाना गया। टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी टावर और रनवे का काम अगले छह से सात महीने में पूरा हो जाएगा। निर्माण अधूरा होने के कारण एयरपोर्ट सर्विलांस रडार (एएसआर) और कैलिब्रेशन से जुड़े अन्य उपकरण को साइट पर नहीं रखा जा सकता है, वहां उड़ने वाली धूल से इन्हें नुकसान होने की संभावना है। सभी जरूरी उपकरण एयरपोर्ट साइट पर तभी लाए जाएंगे, जब इन्हें स्थापित किया जाएगा। एयरपोर्ट पर रनवे बनकर तैयार हो गया है। मानसून खत्म होने के बाद मार्किंग और लाइटिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा। इस प्रक्रिया में एक महीने का समय लग सकता है। वहीं, एटीसी को भी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को हैंडओवर कर दिया गया है। इस बैठक में कस्टम, अप्रवासन ब्यूरो, भारत मौसम विज्ञान विभाग और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और उड्डयन मंत्रालय के अधिकारी शामिल हुए।

दिसंबर में ट्रायल रन शुरू होगा : नोएडा एयरपोर्ट बनाने वाली कंपनी ने दावा किया है कि अप्रैल अंत तक एयरपोर्ट से विमानों की उड़ान शुरू हो जाएगी। सितंबर या अक्टूबर तक कैलिब्रेशन फ्लाइट के लिए इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) को भी स्थापित कर दिया जाएगा। कॉमर्शियल उड़ानों से पहले कैलिब्रेशन फ्लाइट से नेविगेशन ऐड, रनवे पर लाइट की व्यवस्था और एयरस्पेस की जांच की जाती है। इसके जरिये रनवे की कई तरह की टेंस्टिंग पूरी हो जाती है। दिसंबर में रनवे पर ट्रायल रन शुरू होगा। इसके बाद लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाएगा।

मूर्त रूप ले रही परियोजना

● 1334 हेक्टेयर में विकसित किया जा रहा पहला चरण

● 12 लाख यात्री प्रत्येक साल उड़ान भर सकेंगे

● एक लाख फ्लाइट का आवागमन हर साल हो सकेगा

● ढाई लाख टन कार्गो यहां से आ-जा सकेगा

● एक लाख वर्गमीटर में टर्मिनल बिल्डिंग बनाई जा रही

● 28 स्टैंड बनेंगे एयरक्राफ्ट के लिए

● 40 एकड़ में एमआरओ हब बनेगा

● 3900 मीटर लंबा रनवे बनकर तैयार

● 167 एकड़ में रियल स्टेट डवलपमेंट हो सकेंगे

दो एयरलाइंस से समझौते हो चुके

एयरपोर्ट संचालन के लिए इंडिगो और अकासा एयरलाइंस के साथ समझौता हो चुका है। इंडिगो ने पहले दिन से 25 फ्लाइट शुरू करने की बात कही है। वहीं, एयरपोर्ट से पहले दिन से 65 फ्लाइट शुरू करने का दावा है। फ्लाइट में कैटरिंग के लिए भी कंपनी का चयन हो चुका है।

ईंधन की लाइन बिछाने का काम लगभग पूरा

एयरपोर्ट में 34 किलोमीटर भूमिगत ईंधन (फ्यूल) लाइन बिछाने का काम लगभग पूरा होने वाला है। ग्राउंड हैंडलिंग सुविधा का जिम्मा बर्ड ग्रुप को दिया गया है। फाइव स्टार होटल का निर्माण जारी है, जिसमें 600 से अधिक कमरे रहेंगे और पार्किंग की सुविधा रहेगी।

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