काम करवाना है तो 4 लाख दो; दिल्ली में रिटायर्ड इंस्पेक्टर से SI ने मांगी रिश्वत, रंगेहाथ पकड़ा गया
दिल्ली पुलिस की विजिलेस यूनिट ने मॉडल टाउन थाने के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) सुदेश कुमार यादव को सोमवार को दो लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोप है कि एएसआई ने दिल्ली पुलिस के सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर से चार लाख रुपये लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।

दिल्ली पुलिस की विजिलेस यूनिट ने मॉडल टाउन थाने के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) सुदेश कुमार यादव को सोमवार को दो लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोप है कि एएसआई ने दिल्ली पुलिस के सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर से छत पर मरम्मत कार्य की अनुमति देने के लिए चार लाख रुपये लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
विजिलेंस यूनिट के मुताबिक, 14 अप्रैल को पीड़ित सेवानिवृत्त निरीक्षक ने ही शिकायत की थी। पीड़ित ने अपने आवासीय परिसर में मरम्मत कार्य शुरू किया तो एएसआई सुदेश और इलाके के अन्य बीट स्टाफ ने उसे रुकवा दिया। काम शुरू कराने के बदले में चार लाख रुपये की मांग की गई। साथ ही, यह धमकी भी दी गई कि रिश्वत देने के बाद ही कार्य शुरू किया जा सकेगा।
पूर्व इंस्पेक्टर ने थाने के एसएचओ को ममाले की जानकारी दी, लेकिन एसएचओ ने एएसआई सुदेश से मिलने के लिए कहा। इसके बाद एएसआई सुदेश ने सोमवार को रिश्वत की रकम के साथ बुलाया। पीड़ित ने विजिलेंस को रिश्वत की मांग से संबंधित मॉडल टाउन के विभिन्न पुलिस अधिकारियों के साथ हुई उनकी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग सौंप दी।
मॉडल टाउन थाना में तैनात था आरोपी
विजिलेंस ने सूचना के बाद टीम गठित की। सोमवार शाम करीब साढ़े छह बजे एएसआई सुदेश ने शिकायतकर्ता को मॉडल टाउन थाने की पहली मंजिल पर स्थित अपने कमरे में बुलाकर रिश्वत की रकम मांगी। शिकायतकर्ता ने दो लाख रुपये दे दिए। टीम ने रिश्वत की राशि समेत आरोपी एएसआई सुदेश कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस ने भ्रष्टाचार निवारण (पीओसी) अधिनियम, 1988 (वर्ष 2018 में संशोधित) की धारा 7 के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपी सुदेश वर्ष 1995 में दिल्ली पुलिस में शामिल हुआ था। आरोपी उत्तर-पश्चिम जिले के मॉडल टाउन थाना में तैनात था।
हेल्पलाइन पर जानकारी साझा करें
विजिलेंस यूनिट ने कहा कि पुलिसकर्मी द्वारा किसी तरह की मांग की जाती है तो हेल्पलाइन नंबर 1064 पर जानकारी साझा करें। बाराखंभा रोड पर दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट के कार्यालय में भी व्यक्तिगत रूप से शिकायत साझाकर सकते हैं। जानकारी का तुरंत सत्यापन कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।