400 स्कूलों को धमकी देने वाला नाबालिग करता था बहुत चालाकी, पर एक बार कर गया गलती
दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को धमकी मामले में एक 15 वर्षीय नाबालिग को लेकर खुलासा हुआ है कि उसने करीब 400 स्कूलों को फर्जी ईमेल भेजे थे। डीसीपी अंकित चौहान ने मंगलवार को बताया कि गत 8 जनवरी को 23 स्कूलों को बम की धमकी का ई-मेल मिला था।
दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को धमकी मामले में एक 15 वर्षीय नाबालिग को लेकर खुलासा हुआ है कि उसने करीब 400 स्कूलों को फर्जी ईमेल भेजे थे। डीसीपी अंकित चौहान ने मंगलवार को बताया कि गत 8 जनवरी को 23 स्कूलों को बम की धमकी का ई-मेल मिला था। एसीपी ऑपरेशन सेल अभिनेन्द्र जैन और इंस्पेक्टर हंसराज स्वामी की टीम ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। पुलिस को ईमेल करने वाले का आईपी एड्रेस मिल गया और नाबालिग के घर छापेमारी कर उसे पकड़ लिया और पूछताछ शुरू की।
वीपीएन का इस्तेमाल नहीं करने से पकड़ा गया : पुलिस को जांच में पता चला कि स्कूलों को जो ई-मेल भेजा गया है, वह स्थानीय सर्वर से किया गया है। उसके लिए वीपीएन का इस्तेमाल नहीं हुआ। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इससे पहले भी उसने धमकी भरे ई-मेल किए गए थे। वीपीएन का इस्तेमाल करते हुए एन्क्रिप्टेड ई-मेल भेजे जा रहे थे, जिसके चलते उनका आईपी एड्रेस ट्रेस नहीं हो पाता था। पुलिस ने नाबालिग से पूछताछ में दावा किया कि परीक्षा में उसके अच्छे नंबर नहीं आते थे, जिसके चलते वह पढ़ाई नहीं करना चाहता था। शुरू में उसने पढ़ाई से बचने के लिए ई-मेल करना शुरू किया था, लेकिन बाद में वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर स्कूलों में दहशत फैलाने के लिए यह सब करने लगा। आरोपी ने बताया कि उसने 8 जनवरी को ई-मेल करने के लिए समय पहले से ही सेट कर दिया था, लेकिन वह वीपीएन शुरू करना भूल गया। इसके बाद पुलिस उन्नत डिजिटल फॉरेंसिक और साइबर ट्रैकिंग तकनीक का इस्तेमाल किया और नाबालिग तक जा पहुंची। आरोपी के पास से बरामद उपकरणों की जांच के बाद सामने आया कि उसने कई मौके पर 400 से ज्यादा स्कूलों को धमकी भरा ई-मेल भेजा था।
एनजीओ में काम करते हैं किशोर के पिता
पुलिस अधिकारी के अनुसार, नाबालिग जिस तरह से तकनीक का इस्तेमाल कर रहा था वह साइबर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी रखने वाला शख्स ही कर सकता है। ऐसे में पुलिस ने नाबालिग के परिवार और अभिभावकों की जानकारी जुटाई तो पता चला कि उसके पिता एक एनजीओ से जुडे हुए हैं। इस एनजीओ का एक राजनीतिक दल के साथ पुराना और गहरा संबंध है। यह एनजीओ एक राजनीतिक दल की वकालत के लिए जाना जाता है। इसने 2001 के संसद हमले में दोषी अफजल गुरु की फांसी का विरोध भी किया था। इसीलिए पुलिस सार्वजनिक अशांति पैदा करने की संभावित बड़ी साजिश की जांच कर रही है।
भाजपा ने पूछा, आप से क्या संबंध हैं
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी के मामले में आम आदमी पार्टी को आड़े हाथ लिया है। त्रिवेदी ने आरोप लगाया है कि पूरे मामले की परत दर परत जांच आगे जाने पर आम आदमी पार्टी को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यह संयोग नहीं है। हम उत्तर-पूर्वी दिल्ली और शाहीन बाग के दंगे भूले नहीं हैं। नाबालिग के नाम की आड़ में एक एनजीओ का नाम सामने आ रहा है और इसका संबंध अफजल गुरु से मिलता दिख रहा है।
संजय सिंह बोले, राजनीति कर रहे
‘आप’ के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि जो जानकारी पुलिस को भी नहीं है, वह भाजपा नेता सुंधाशु त्रिवेदी को होती है। अब ये बम की धमकी पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दे को अपने राजनीतिक नफा-नुकसान के लिए इस्तेमाल करना और छोटे-छोटे बच्चों से स्कूल को बम से उड़ाने की मिल रही धमकी का राजनीतिक लाभ लेना शर्म की बात है। आपको 10 महीने में कुछ पता नहीं चला। अचानक एक मनगढ़ंत कहानी सुना रहे हैं। आरोप लगाया कि भाजपा को ना तो दिल्ली से ना ही राष्ट्र की सुरक्षा से कोई मतलब है।