स्टैंडिंग कमेटी चुनाव के बाद MCD में कौन ज्यादा ताकतवर; AAP या BJP? एक बड़ा उलटफेर
- एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव शुक्रवार को संपन्न हुए। इन चुनावों मिली जीत के साथ ही अब स्टैंडिंग कमेटी में भाजपा के पास बहुमत हो गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब एमसीडी में असली 'सरकार' भाजपा चलाएगी। आइए समझते हैं कैसे।
दिसंबर, 2022 में दिल्ली में एमसीडी को लेकर चुनाव हुए थे। इन चुनावों में आम आदमी पार्टी को जीत मिली थी। हालांकि, शुक्रवार को पूरे हुए स्टैंडिंग कमेटी में चुनाव में भाजपा की जीत के साथ ही एमसीडी की असली ताकत अब बीजेपी के पास मानी जा रही है। क्योंकि एमसीडी की सबसे ताकतवर कमेटी, स्टैंडिंग कमेटी में अब बीजेपी के पास पहुमत हो गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि एमसीडी की असल ताकत अब बीजेपी के पास ही रहेगी। आइए समझते हैं कैसे।
शुक्रवार को संपन्न हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के सुंदर सिंह तंवर को जीत मिली। इसके साथ ही अब दिल्ली एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी में भाजपा के पास बहुमत हो गया है। 18 सदस्यों वाली इस कमेटी में भाजपा के पास 10 सदस्य, जबकि आम आदमी पार्टी के पास कुल 8 सदस्य हैं। इसके साथ ही स्टैंडिंग कमेटी का चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन अब भारतीय जनता पार्टी का बनेगा, ये तय हो गया है। ऐसे में अब भाजपा एमसीडी में आम आदमी पार्टी से ज्यादा ताकतवर हो गई है।
MCD में अब क्या होगा बीजेपी का रोल
शुक्रवार को स्टैंडिंग कमेटी चुनावों में मिली जीत के साथ ही अब एमसीडी में 'असली सरकार' भाजपा ही चलाएगी। इस दौरान दिल्ली के विकास के लिए 5 करोड़ से ऊपर के सभी प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए भाजपा की सहमति जरूरी होगी। इसके अलावा एमसीडी द्वारा दिल्ली के लिए नई नीतियां बनाने में भी भाजपा का अहम योगदान होगा। भाजपा अब दिल्ली के विकास कार्यों और बाकी ठेकों के लिए किस कंपनी को जिम्मेदारी देनी है यह भी तय करेगी। ऐसे में माना जा सकता है कि अब दिल्ली एमसीडी में असली सरकार भाजपा की बन गई है। हालांकि, इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी अभी कोर्ट का रुख कर सकती है। कोर्ट के फैसले के बाद कुछ स्थितियां बदल भी सकती हैं।
बता दें कि शुक्रवार को संपन्न हुए एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी के चुनावों में आम आदमी पार्टी ने भाग नहीं लिया। उनसे पहले कांग्रेस ने इस चुनाव से खुद को पहले ही अलग कर लिया था। ऐसे में शुक्रवार को भाजपा स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य के लिए हुए चुनाव में अकेली पार्टी थी। अब भाजपा पार्षदों ने भाजपा प्रत्याशी को वोट देकर जिता दिया है।