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सरकारी खर्च पर ब्राजील जाना है, इसलिए टाले मेयर चुनाव; BJP के आरोप पर AAP ने क्या दिया जवाब

दिल्ली में एक बार फिर से मेयर चुनाव टल गए हैं। छह महीने की देरी के बाद दिवाली से पहले चुनाव होने की उम्मीद थी। निवर्तमान महापौर शैली ओबेरॉय ने घोषणा की है कि निगम की नियमित बैठक 28 अक्टूबर को होगी। इसे लेकर बीजेपी और आप में जुबानी जंग शुरू हो गई है।

Sneha Baluni लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 19 Oct 2024 09:25 AM
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दिल्ली में एक बार फिर से मेयर चुनाव टल गए हैं। छह महीने की देरी के बाद दिवाली से पहले चुनाव होने की उम्मीद थी। निवर्तमान महापौर शेली ओबेरॉय ने घोषणा की है कि निगम की नियमित बैठक 28 अक्टूबर को होगी। इसे लेकर सत्तारूढ़ आण आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी भाजपा जनता पार्टी (भाजपा) के बीच शब्दों के तीर चलने शुरू हो गए हैं। जहां आप ने तर्क दिया है कि चुनाव पूर्ण सदन के बिना नहीं हो सकते और कई पार्षद त्योहारी सीजन के कारण अनुपलब्ध हैं। वहीं भाजपा ने आरोप लगाया है कि ओबेरॉय ने अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले 3 नवंबर को ब्राजील में होने वाले एक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चुनाव टाल दिया है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एमसीडी की नियमित बैठक की घोषणा नगर निगम सचिव शिव प्रसाद के कार्यालय ने आधिकारिक आदेश के जरिए की। ओबेरॉय पर हमला बोलते हुए विपक्ष के नेता राजा इकबाल सिंह ने कहा, 'मेयर सरकारी खर्च पर ब्राजील की यात्रा करना चाहती हैं। यही वजह है कि दलितों के लिए आरक्षित मेयर सीट के लिए चुनाव नहीं हो पाए हैं। आप भी दिवाली के दौरान चंदा इकट्ठा करना चाहती है, जो मेयर चुनाव में देरी का दूसरा कारण है।'

हालांकि, आप ने कहा, 'फेस्टीव सीजन होने के कारण, अधिकांश पार्षद आगामी चुनावों के लिए उपलब्ध नहीं होंगे। नतीजतन, अक्टूबर में सामान्य निगम बैठक 28 अक्टूबर को निर्धारित की गई है, जबकि सभी स्थगित किए गए आइटम नवंबर तक स्थगित कर दिए गए हैं, ताकि सामान्य सदन सत्र के साथ-साथ उन पर विचार किया जा सके। एमसीडी, निर्वाचित प्रतिनिधियों के सदन के रूप में, केवल तभी चुनाव करा सकता है जब पार्षद मौजूद हों, जिससे प्रोसेस के लिए उनकी उपलब्धता आवश्यक हो जाती है।'

इस साल मेयर और डिप्टी मेयर की सीट अनुसूचित जाति (एससी) के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है। ऐसे में सिंह ने आप सरकार पर दलित समुदाय को उसके अधिकारों से वंचित करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'इस महीने मेयर का चुनाव न कराकर आप ने साबित कर दिया है कि वह दलित विरोधी है। नगर निगम के अधिकारियों ने महापौर चुनाव की तिथि तय करने के लिए मंजूरी मांगी थी, लेकिन महापौर ओबेरॉय ने इसे स्थगित करने का आदेश दिया है।'

मेयर चुनाव की तारीफ तय करने की फाइल नगर सचिव कार्यालय द्वारा 13 अक्टूबर को भेजी गई थी, लेकिन तब से यह मेयर कार्यालय में ही पड़ी हुई है। 16 अक्टूबर को आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ओबेरॉय को पत्र लिखकर चुनाव में हो रही देरी पर चिंता जताई थी। केजरीवाल ने पत्र में लिखा था, 'जेल से बाहर आने के बाद मुझे पता चला कि साजिश के तहत उन्होंने (भाजपा ने) मेरी अनुपस्थिति में मेयर का चुनाव भी नहीं कराया। उन्होंने जानबूझकर एससी समुदाय के लोगों का अधिकार छीना। इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि तुरंत मेयर का चुनाव कराएं और एससी समुदाय को उसका अधिकार दिलाएं।'

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