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नमो भारत-मेट्रो ट्रैक पर चलेगी लाइट ट्रांजिट रेल, योगी सरकार से मिली मंजूरी; कितने होंगे स्टेशन

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गाजियाबाद तक चलने वाली नमो भारत ट्रेन और मेट्रो लाइन के साथ ट्रैक पर अब लाइट ट्रांजिट ट्रेन (एलआरटी) चलाने की तैयारी है। एलआरटी सिर्फ अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी से एयरपोर्ट तक चलेगी। फिल्म सिटी से एयरपोर्ट के की दूरी करीब 14 किलोमीटर है।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, नोएडा/गाजियाबादFri, 27 Sep 2024 08:22 AM
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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गाजियाबाद तक चलने वाली नमो भारत ट्रेन और मेट्रो लाइन के साथ ट्रैक पर अब लाइट ट्रांजिट ट्रेन (एलआरटी) चलाने की तैयारी है। एलआरटी सिर्फ अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी से एयरपोर्ट तक चलेगी। फिल्म सिटी से एयरपोर्ट के बीच की दूरी करीब 14 किलोमीटर है। प्रदेश सरकार ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसे भारत सरकार को भेजा गया है। दो महीने में प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की उम्मीद है।

यमुना प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि यमुना प्राधिकरण की गुरुवार को हुई बोर्ड बैठक के दौरान चेयरमैन अनिल सागर के समक्ष योजना का प्रस्तुतिकरण दिया गया। बताया गया गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक नमो भारत ट्रेन, मेट्रो और एलआरटी के लिए 72.4 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनेगा। इस पर 22 स्टेशन होंगे। 11 नमो भारत ट्रेन और 11 स्टेशन मेट्रो के लिए होंगे। एलआरटी का संचालन फिल्म सिटी से सीधे एयरपोर्ट के लिए होगा।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए गाजियाबाद के सिद्धार्थनगर से वाया ग्रेटर नोएडा वेस्ट, सेक्टर अल्फा-1 और यीडा सिटी से एयरपोर्ट तक नमो भारत ट्रेन (रैपिड रेल) का रूट तैयार का होगा। फिलहाल इस रूट पर 22 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिन्हें भविष्य में 35 स्टेशन तक बढ़ाया जा सकेगा। नमो भारत ट्रेन और मेट्रो में छह बोगी होंगी। गाजियाबाद आरआरटीसी से वाया ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए एयरपोर्ट तक चलने वाली नमो भारत ट्रेन का निर्माण कार्य पूरा होने का लक्ष्य 2031 रखा गया है।

क्या होती है एलआरटी

लाइट ट्रांजिट रेल (एलआरटी) शहरी रेल सार्वजनिक परिवहन का एक रूप है, जिसमें आम तौर पर भारी रेल और मेट्रो सिस्टम की तुलना में कम क्षमता और कम गति होती है। यह बिजली से चलने वाली रेल हैं, जिसका कई देशों में संचालन भी हो रहा है। वहीं, दुनिया में 100 कंपनियां एलआरटी बना रही है। कम लागत होने के साथ ही यह सफर के लिए काफी किफायती है। इसके पार्ट्स आसानी से मिल जाते हैं।

गाजियाबाद के सिद्धार्थनगर से ट्रैक बिछेगा

अब तक ट्रैक को दो चरणों में बनाने की तैयारी थी। पहले चरण में गाजियाबाद के सिद्धार्थनगर से सेक्टर इकोटेक-6 तक 39.39 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनना था, जबकि दूसरे चरण में सेक्टर इकोटेक-6 से एयरपोर्ट तक 32.90 किलोमीटर का ट्रैक बनना था। अब पूरा ट्रैक एक साथ ही तैयार होगा।

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