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श्रद्धा वाकर हत्याकांड के आरोपी आफताब को मारना चाहता था लॉरेंस बिश्नोई गैंग; पुलिस का बड़ा खुलासा

पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीके के हत्याकांड के मुख्य आरोपी ने अपने कबूलनामे में खुद यह बात स्वीकार की है।

Aditi Sharma लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 15 Nov 2024 02:06 PM
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एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ी बड़ी जानकारी हाथ लगी है। बताया जा रहा है कि श्रद्धा वारकर हत्याकांड का आरोपी आफताब पूनावाला भी लॉरेंश बिश्नोई गैंग के निशाने पर था। इस बात का खुलासा बाबा सिद्दीकी की हत्या के मुख्य आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ ​​शिवा ने अपने कबूलनामे में किया है। उसने बताया कि बिश्नोई गिरोह के सदस्य शुभम लोनकर ने पूनावाला पर हमला करने के बारे में चर्चा की थी। लेकिन बाद में कड़ी सुरक्षा को देखते हुए उसने मारने का प्लान ड्रॉप कर दिया गया था।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिवा ने बताया है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य शुभम लोनकर और अन्य वरिष्ठ लोगों ने आफताब को निशाना बनाने के इरादा व्यक्त किए था। यह खुफिया जानकारी अब आगे के लिए दिल्ली पुलिस के साथ शेयर की गई है ताकी उसी के मुताबिक सुरक्षा उपाय किए जा सकें।

बता दें, आफताब पूनावाला श्रद्धा वाकर का लिव इन पार्टनर था जिसने साल 2022 में उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने श्रद्धा के शव को 35 टुकड़ों में काट कर जिसे उन्होंने रेफ्रिजरेटर में रखा और 18 दिनों तक दिल्ली भर के अलग-अलग इलाकों पर फेंकता रहा। उस वक्त यह मामला बेहद सुर्खियों में आया था।

उधर बाबा सिद्दीकी के हत्याकांड मामले में पुलिस ने बताया कि मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम 12 अक्टूबर को वारदात को अंजाम देने के बाद 20 मिनट तक घटनास्थल पर मौजूद था।अधिकारी ने बताया कि गौतम अपने कपड़े बदलने के बाद वापस घटनास्थल पर आ गया था। अधिकारी ने बताया, ‘‘उसने अपनी कमीज, पिस्तौल और आधार कार्ड वाला बैग मौके पर फेंक दिया था। गोलीबारी के बाद, उसने देखा कि लोग दहशत में थे और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी वहां आ गए थे और पुलिस अपराधियों के बारे में सुराग के लिए आस-पास खड़े लोगों से पूछताछ कर रही थी।’’

अधिकारी ने बताया कि उसने यह भी देखा कि उसके दो साथी घटनास्थल से ही पकड़े गए थे। अधिकारी ने बताया कि बाबा की मौत की पुष्टि करने के लिए गौतम ऑटोरिक्शा से लीलावती अस्पताल के पास भी गया था और वह रात 10:47 बजे कुर्ला रेलवे स्टेशन के लिए निकला। ट्रेन में चढ़ने के बाद उसने अपना मोबाइल फोन कहीं फेंक दिया।

भाषा से इनपुट

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