किंग्सवे कैंप से CM आवास रोड तक खत्म होगा जाम, हटेंगी 9 रेड लाइट; राहत को ट्रैफिक पुलिस का प्लान
किंग्सवे कैंप से सिविल लाइन स्थित मुख्यमंत्री आवास रोड तक महज तीन किलोमीटर में नौ लालबत्ती लोगों का समय बर्बाद करती है। इस दूरी को तय करने में लोगों का ज्यादा समय लगता है, जबकि महज पांच मिनट में इस दूरी को तय किया जा सकता है।
किंग्सवे कैंप से सिविल लाइन स्थित मुख्यमंत्री आवास रोड तक महज तीन किलोमीटर में नौ लालबत्ती लोगों का समय बर्बाद करती है। इस दूरी को तय करने में लोगों का ज्यादा समय लगता है, जबकि महज पांच मिनट में इस दूरी को तय किया जा सकता है। ट्रैफिक पुलिस इन लालबत्तियों की जगह बैक टू बैक यू टर्न व्यवस्था लागू करने पर विचार कर रही है। इसे लेकर ट्रैफिक डीसीपी राजीव कुमार ने सीआरआरआई अधिकारियों से मौके का निरीक्षण करने की अपील की है।
उत्तरी रेंज के ट्रैफिक डीसीपी राजीव कुमार ने बताया कि उनके पास गुरु हनुमान सोसाइटी ऑफ भारत के प्रधान सचिव अतुल रंजीत कुमार की तरफ से मेल आया था। इसमें बताया गया है कि जीटी रोड करनाल से आईएसबीटी कश्मीरी गेट तक काफी ज्यादा लालबत्ती लगी हैं। इसकी वजह से लोगों का काफी समय खराब होता है और जाम की समस्या रहती है। इन स्थानों पर लालबत्ती हटाकर बैक टू बैक यू टर्न बनाए जा सकते हैं। इससे वाहन चालकों का समय और ईंधन बचेगा।
डीसीपी ने खुद इस स्थान का निरीक्षण किया और पाया कि किंग्सवे कैंप से लेकर सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास मोड़ लालबत्ती तक बैक टू बैक यू-टर्न व्यवस्था की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सीआरआरआई के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. एस वेलमुरुगन को इस जगह का निरीक्षण करने के लिए पत्र लिखा है। उनके साथ ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी और अतुल रंजीत भी निरीक्षण में शामिल होंगे। इसके माध्यम से यह तय होगा कि किस तरह से इस योजना को लागू किया जा सकता है।
सड़क चौड़ी करने पर विचार
डीसीपी राजीव कुमार ने बताया कि इस जगह पर सड़क के दोनों तरफ राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान साइकिल ट्रैक बनाए गए थे। इसका इस्तेमाल अभी नहीं होता है। आवश्यकता पड़ने पर सड़क को चौड़ा करने के लिए इस जगह को भी पीडब्ल्यूडी के सहयोग से सड़क में शामिल किया जा सकता है, लेकिन निरीक्षण के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।
लोगों को लाभ होगा
अतुल रंजीत ने बताया कि इन लालबत्तियों के खत्म होने से न केवल वाहन चालकों को बल्कि इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को भी लाभ होगा। वाहन चालकों का जहां समय एवं ईंधन बचेगा तो वहीं जाम खत्म होने से इस क्षेत्र में प्रदूषण कम होगा। उन्होंने बताया कि व्यस्त समय में यह दूरी तय करने में 20 से 30 मिनट लगते हैं। लालबत्ती खत्म होने पर यह दूरी व्यस्त समय में भी अधिकतम पांच मिनट में पूरी हो सकेगी।