Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Kejriwal compared himself with Sita Mata and told the reason for it.

इस्तीफे की घोषणा करते हुए केजरीवाल ने माता सीता से की अपनी तुलना, जानिए ऐसा क्यों कहा?

  • केजरीवाल बोले कि आपको लग रहा होगा अभी-अभी जेल से रिहा होकर आया है, तो ऐसा क्यों बोल रहा है, अब यह इस्तीफा क्यों दे रहा है। तो मैं बताना चाहता हूं कि मैंने लोकतंत्र को बचाने के लिए जेल में रहने के दौरान इस्तीफा नहीं दिया था।

Sourabh Jain लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 15 Sep 2024 01:54 PM
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दिल्ली के मुख्यमंत्री ने रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि वे अगले दो दिन में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि अब वे जनता की अदालत में जाएंगे और जब तक वह अपना फैसला नहीं दे देती, वे सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। इस दौरान सीएम ने चुनाव में जाने की बात कहते हुए अपनी तुलना सीता माता से भी की।

कार्यकर्ताओं के बीच सीएम ने कहा, 'आज से कुछ महीने बाद दिल्ली के चुनाव हैं। मैं जनता से निवेदन करना चाहता हूं, अपील करना चाहता हूं कि अगर आपको लगता है केजरीवाल ईमानदार है, मेरे पक्ष में वोट दे देना। अगर आपको लगता है, केजरीवाल गुनहगार है तो आप मुझे वोट मत देना। आपका एक-एक वोट मेरी ईमानदारी का सर्टिफिकेट होगा। अगर आप मेरे को वोट देकर जिताओगे और अगर आप कहोगे कि केजरीवाल ईमानदार है, तो चुनाव के बाद उसके बाद जाकर मैं सीएम की कुर्सी पर बैठूंगा वरना तब तक मैं सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।'

बोले- मैं देश के लिए कुछ करने आया हूं 

केजरीवाल बोले, 'इन्होंने मुझ पर आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है, इन्होंने आरोप लगाया है कि केजरीवाल भ्रष्टाचारी है, इन्होंने आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने भारत माता के साथ धोखा किया है, यह करने के लिए नहीं आया था मैं। सत्ता से पैसा और पैसे से सत्ता इस खेल को खेलने के लिए मैं नहीं आया था। मैं देश के लिए कुछ करने के लिए आया था।'

मां सीता से की अपनी तुलना, बताई वजह

माता सीता से अपनी तुलना करते हुए सीएम ने कहा, 'जब 14 साल के बाद भगवान राम वनवास से लौटे, तो सीता मैय्या को अग्निपरीक्षा देनी पड़ी थी। आज मैं जेल से आया हूं, मैं अपनी अग्नि परीक्षा देने के लिए तैयार हूं।' 

आगे उन्होंने कहा, 'फरवरी में दिल्ली विधानसभा के चुनाव हैं, लेकिन इस मंच से आज मैं मांग करता हूं कि यह चुनाव नवंबर में महाराष्ट्र के चुनावों के साथ कराए जाएं। तुरंत कराए जाएं चुनाव और जब तक आपका फैसला नहीं आएगा तब तक मैं जिम्मेदारी नहीं संभालूंगा और मैं जबतक चुनाव नहीं होते तब तक मेरी जगह आम आदमी पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री बनेगा। अगले दो-तीन दिन में विधायक दल की बैठक होगी और मीटिंग में अगले मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाएगा।'

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