जेवर एयरपोर्ट ने शुरुआत से पहले ही बना दिया नया रिकॉर्ड, सबसे कम समय में हुआ तैयार
जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम वेलिडेशन फ्लाइट के साथ ही सोमवार को भारतीय एविएशन इतिहास में सबसे कम समय में बनने का रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया। प्रथम चरण के तहत जेवर में 1334 हेक्टेयर में बना एयरपोर्ट तीन वर्ष दो महीने 11 दिन में तैयार किया गया है।
ग्रेटर नोएडा के पास जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम वेलिडेशन फ्लाइट के साथ ही सोमवार को भारतीय एविएशन इतिहास में सबसे कम समय में बनने का रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया। प्रथम चरण के तहत जेवर में 1334 हेक्टेयर में बना एयरपोर्ट तीन वर्ष दो महीने 11 दिन में तैयार किया गया है। अधिकारियों का दावा है कि देश में अब तक इतने कम समय में अंतर राज्यीय एयरपोर्ट भी शुरू नहीं हो पाया है।
प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना काल के दौरान 29 सितंबर 2021 को नोएडा एयरपोर्ट का अवार्ड दिया गया था और 15 जून 2022 को एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू हो गया था। एयरपोर्ट निर्माण में सबसे बड़ी उपलब्धि यह भी रही है कि तीन वर्ष में निर्माण के दौरान एयरपोर्ट साइट पर निर्माण कार्य के दौरान कोई भी बड़ी दुर्घटना नहीं हुई है। इसी के साथ सोमवार को अफसरों ने यह भी दावा किया कि भारतीय एविएशन इतिहास का यह पहला ऐसा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं, जो सबसे कम समय में बनकर तैयार हुआ है।
छोटे एयरपोर्ट तक में वेलिडेशन फ्लाइट लैंड कराने में तीन वर्षों से अधिक का समय लगा है। वहीं, प्रथम चरण पूरा होने के बाद छह गांव की 1365 हेक्टेयर में विकसित होने वाले दूसरे चरण की काफी जमीन पर यमुना प्राधिकरण को जिला प्रशासन के माध्यम से कब्जा तक दिया जा चुका है।
अधिकारी विमान में बैठकर एयरपोर्ट पहुंचे सोमवार को एयरपोर्ट पर वेलिडेशन फ्लाइट के लिए आए विमान में दिल्ली से नागरिक उड्डयन महानिदेशालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी बैठकर एयरपोर्ट पहुंचे थे। इस दौरान अधिकारियों की मौजूदगी में रनवे पर विमान के पहिये के प्रत्येक रोटेशन का डेटा भी रिकॉर्ड किया गया। विमान संचालन के क्रू- मेंबर में महिला पायलट भी शामिल रही थी। अब सिर्फ एयरोड्रम लाइसेंस का इंतजार रहेगा, जोकि मार्च तक मिलने की संभावना है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा कि भारतीय एविएशन इतिहास का यह पहला एयरपोर्ट हैं, जिस पर सबसे कम समय में वैलिडेशन फ्लाइट लैंड की गई है। देश में अंतरराज्यीय एयरपोर्ट तक में इससे अधिक समय लगा हैं, यह गौतमबुद्धनगर समेत प्रदेश व देश के लिए गौरव का क्षण है।
जनवरी के अंत तक पूरा होगा टर्मिनल का काम
एयरपोर्ट पर टर्मिनल बिल्डिंग का काम पूरा होने को है। बिल्डिंग पर शीशे लग चुके हैं। अब 21 जनवरी तक टर्मिनल के एंट्रेंस और 31 जनवरी तक यहां टाइल लगने का काम भी पूरा हो जाएगा। टर्मिनल का एंट्रेंस बनारस के घाटों की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। यह निर्माण होने व लाइसेंस मिलने के बाद अप्रैल में कॉमर्शियल विमान सेवा शुरू होगी।
हेलिकॉप्टर से पहुंचे उत्तर प्रदेश शासन की ओर से अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल हेलिकॉप्टर से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे, जिनका हेलिकॉप्टर एयरपोर्ट परिसर में ही उतरा था।