IPS विजय कुमार बनेंगे दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर, कश्मीर से छत्तीसगढ़ तक रहा जलवा
जम्मू-कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) विजय कुमार अब दिल्ली में विशेष पुलिस आयुक्त के रूप में कार्यभार संभालेंगे। वह पिछले पांच सालों से कश्मीर घाटी में जम्मू-कश्मीर पुलिस का नेतृत्व कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है।
जम्मू-कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) विजय कुमार अब दिल्ली में विशेष पुलिस आयुक्त के रूप में कार्यभार संभालेंगे। वह पिछले पांच सालों से कश्मीर घाटी में जम्मू-कश्मीर पुलिस का नेतृत्व कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के चार महीने बाद एजीएमयूटी (पहले जम्मू-कश्मीर) कैडर के 1997 बैच के आईपीएस अफसर विजयर कुमार को दिसंबर 2019 में कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था। उससे पहले उन्होंने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान का नेतृत्व किया था और नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर में “घटना-मुक्त” आम चुनाव (2019) कराने में मदद की थी।
370 हटने के बाद कश्मीर में संभाला था मोर्चा
कश्मीर घाटी में अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभालने के लिए विजय कुमार को छत्तीसगढ़ से वापस लाया गया था। कश्मीर पुलिस प्रमुख के रूप में, वह केंद्र की कश्मीर नीति को जमीनी स्तर पर लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।
अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने आतंकवाद विरोधी अभियानों का नेतृत्व किया, जिसमें कई आतंकवादी मारे गए और पुलिस कर्मियों को वीरता पदक मिले। इसके बाद वहां स्थानीय आतंकवादियों की संख्या घटकर 25 रह गई - जो अब तक की सबसे कम संख्या है। इतना ही नहीं, विजय कुमार ने स्थानीय आतंकवादी समूहों द्वारा भर्ती को कम करने के लिए घाटी भर में पुलिस अभियान भी चलाए।
केंद्र की 'हर घर तिरंगा रैलियों' में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
बताया जाता है कि विजय कुमार ने कश्मीर में आयोजित केंद्र की 'हर घर तिरंगा रैलियों' में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा 2020 में जिला विकास परिषदों के लिए ‘घटना-मुक्त’ पहला चुनाव आयोजित करना, 2023 में जी20 कार्यक्रम, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और शांतिपूर्ण वार्षिक अमरनाथ यात्रा सुनिश्चित करना शामिल है।
उनके कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 34 साल बाद श्रीनगर शहर में मुहर्रम जुलूस पर प्रतिबंध हटा दिया।
2018 में नौ राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान विजय कुमार केंद्रीय सुरक्षा बलों के मुख्य समन्वयक थे। इस काम के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें छह वीरता पदक मिले हैं।