मेट्रो स्टेशनों पर अंडरकवर कॉप तैनात करेगी दिल्ली पुलिस, क्यों लिया यह फैसला?
दिल्ली मेट्रो में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस और सीआईएसएफ ने मिलकर नई रणनीति बनाई है। इसके लिए अधिक अपराध वाले स्टेशनों का चुनाव भी किया गया है।
दिल्ली मेट्रो में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए और लोगों को सुरक्षित यात्रा मुहैया कराने के लिए पुलिस ने सुरक्षा के लिए नई रणनीति बनाई है। पुलिस ने मेट्रो में उन स्थानों और समय को चुना है, जहां और जब भीड़ होती है; ऐसी भीड़ भरी जगहों पर पुलिस के जवान सादा कपड़ों में तैनात होगें। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि राष्ट्रीय राजधानी में चलने वाली मेट्रो में इस महीने में सवारियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई। इसके साथ ही अपराध की दर भी अधिक पाई गई। आपको बता दें कि दिल्ली मेट्रो मे रोजाना करीब 72-78 लाख यात्री सफर करते हैं। पुलिस आंकड़ो के अनुसार इस साल दिल्ली मेट्रो में अब तक चोरी के 3952 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
इन स्टेशनों से सावधान, यहां होते हैं अधिक अपराध
पुलिस ने 190 मेट्रो स्टेशनों की जांच की। इनमें से 32 स्टेशन ऐसे पाए गए जहां चोरी, छेड़खानी जैसे अपराध की मात्रा अधिक पाई गई। इन जगहों में कश्मीरी गेट, राजीव चौक, सीलमपुर, आनंद विहार और कालकाजी जैसे स्टेशन शामिल हैं। ज्वाइंट कमिश्नर विजय सिंह ने पीटीआई को बताया कि हमारा लक्ष्य आने-जाने वालों को सुरक्षित माहौल देना है।
खूफिया अधिकारी और सुरक्षा में तैनात जवान
पुलिस ने बताया कि सादा वर्दी में घूमने वाले हमारे जवान भीड़ में घुल-मिल जाएंगे। ऐसे छुपकर आसानी से हमारे अधिकारी बढ़ते अपराध को रोक सकते हैं। आप इन्हें खूफिया अधिकारी भी कह सकते हैं। आपको बता दें कि दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस के हाथों में है। एक तरफ सीआईएसएफ जांच और तलाशी का काम करती है, तो वहीं दिल्ली पुलिस एफआईआर दर्ज करने और मेट्रो परिसर के अंदर गश्त लगाने जैसे काम करती है।
स्पेशल यूनिट- महिला जवानों की बढ़ेगी तैनाती
यह स्पेशल दल दिल्ली पुलिस की अलग यूनिट होगी। यह शहर के 16 मेट्रो स्टेशन के बीच में तैनात होगी। इस यूनिट को डीसीपी लेवल के अधिकारी देखेंगे। प्लेटफॉर्म और ट्रेन के अंदर अधिक मात्रा में महिला अधिकारियों को तैनात किया जाएगा, ताकि महिलाओं की सुरक्षा को और भी मजबूत किया जा सके।
इस प्लान के तहते ऐसे होगी तैनाती
प्लान के मुताबिक भीड़ के समय एक अधिकारी घुसने वाली जगह यानी गेट पर लगाया जाएगा। इसके बाद 2-3 अधिकारी प्लेटफॉर्म और ट्रेन में लगाए जाएगें। इसमें महिला जवान भी शामिल होंगी। ज्यादा अपराध होने वाली जगहों पर जवानों की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। अधिकारी ने बताया कि ऐसे जवानों की तैनाती इस सप्ताह से शुरू हो सकती है।