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हैलो में रिटायर्ड IPS बोल रहा हूं, दोस्त की रिहाई को कमिश्नर पर झाड़ा रौब; यूं खुली फर्जी अधिकारी की पोल

गाजियाबाद में खुद को 1979 बैच का सेवानिवृत्त अधिकारी और गृह मंत्रालय में सुरक्षा सलाहकार बताने वाले बुजुर्ग और उसके साथी के खिलाफ साहिबाबाद पुलिस ने धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक जांच में आरोपी फर्जी अधिकारी निकला।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, गाजियाबादThu, 21 Nov 2024 08:09 AM
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गाजियाबाद में खुद को 1979 बैच का सेवानिवृत्त अधिकारी और गृह मंत्रालय में सुरक्षा सलाहकार बताने वाले बुजुर्ग और उसके साथी के खिलाफ साहिबाबाद पुलिस ने धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक जांच में आरोपी फर्जी अधिकारी निकला। उस पर इंदिरापुरम थाने में दर्ज एक केस के आरोपी की पैरवी करने के लिए पुलिस आयुक्त पर रौब झाड़ने का भी आरोप है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है, जबकि उसके साथी की तलाश की जा रही है।

डीसीपी ट्रांस हिंडन के पीआरओ नीरज राठौर ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि 14 नवंबर की शाम 4.39 बजे उनके सीयूजी नंबर पर एक कॉल आई। कॉलर ने अपना परिचय वर्ष 1979 बैच के रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी अनिल कटियाल के रूप में दिया। साथ ही बताया कि वह मणिपुर कैडर के डीजी रैंक के अधिकारी रहे हैं। उन्होंने आईबी में अपनी सेवाएं दी हैं। वर्तमान में वह एमएचए में सुरक्षा सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

अनिल कटियाल ने इंदिरापुरम थाने में दर्ज एक धोखाधड़ी के केस के आरोपी विनोद कपूर की पैरवी करते हुए जांच अधिकारी प्रमोद हुड्डा पर विवेचना में अनियमितता बरतने का आरोप लगाया। अनिल कटियाल ने इंदिरापुरम पुलिस पर विनोद कपूर को एक अक्तूबर को हरियाणा से अवैध रूप से हिरासत में लेने का आरोप लगाते हुए इंदिरापुरम पुलिस के खिलाफ केस दर्ज कराकर आजीवन कारावास की सजा कराने की धमकी दी। पीआरओ के मुताबिक केस के संबंध जानकारी करने पर पता चला कि इंदिरापुरम पुलिस ने आरोपी द्वारा सही जानकारी न देने और सहयोग न करने पर कार्रवाई की थी। आरोपी विनोद कपूर ने भी अपने रसूख का रौब झाड़ते हुए पुलिस पर केस दर्ज कराने की धमकी दी थी।

पीआरओ पर भी दबाव बनाया

अनिल कटियाल ने पुलिस कमिश्नर के पीआरओ केके शर्मा को भी उनके सीयूजी नंबर पर कॉल की और रिटायर्ड डीजी बताते हुए रौब जमाने की कोशिश की। अनिल कटियाल के बारे में जानकारी जुटाने पर पता चला कि अनिल कटियाल नाम का कोई अधिकारी वर्ष 1979 वर्ष में मणिपुर कैडर में तैनात नहीं रहा। इसके बाद अनिल कटियाल और विनोद कपूर के खिलाफ केस दर्ज कराया गया।

आरोपी ने पुलिस आयुक्त से प्रोटोकॉल लिया

अनिल कटियाल मंगलवार को विनोद कपूर को साथ लेकर पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र से मिलने जा पहुंचा। उच्च पदों पर कार्यरत रहने का हवाला देने पर पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र ने अनिल कटियाल को प्रोटोकॉल दिया। करीब एक घंटे की मुलाकात के दौरान अनिल कटियाल ने सीपी को अपने फर्जीवाड़े की भनक तक नहीं लगने दी।

फोटो खिंचवाने पर शक हुआ

अनिल कटियाल ने बातचीत के दौरान पुलिस आयुक्त को कई बार बेटा कहकर संबोधित किया। जाते समय उसने पुलिस आयुक्त के साथ फोटो खिंचवाने की पेशकश की तो पुलिस आयुक्त को शक हुआ। फोटो खिंचवाने के बाद अनिल कटियाल चला गया तो पुलिस आयुक्त ने उसकी कुंडली खंगाली, जिससे पता चला कि मणिपुर कैडर में इस नाम का कोई आईपीएस अधिकारी तैनात नहीं रहा था।

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