छोटे 'यति' की हिस्ट्रीशीट खुली, अनिल यादव पर हैं कई केस; हर ऐक्शन पर रहेगी गाजियाबाद पुलिस की नजर
गाजियाबाद की वेव सिटी पुलिस ने यति नरसिंहानंद के शिष्य अनिल यादव की हिस्ट्रीशीट खोली है। मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हिस्ट्रीशीट खुलने के बाद अनिल यादव की हर गतिविधियों पर लगातार निगरानी की जाएगी। 2016 में यादव पर पहला केस दर्ज हुआ था।
गाजियाबाद की वेव सिटी पुलिस ने यति नरसिंहानंद के शिष्य अनिल यादव की हिस्ट्रीशीट खोली है। मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हिस्ट्रीशीट खुलने के बाद अनिल यादव की हर गतिविधियों पर लगातार निगरानी की जाएगी।
डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि अनिल यादव के खिलाफ वर्ष 2016 में नगर कोतवाली में पहला केस दर्ज हुआ था। उस पर लूट, छेड़छाड़ और बलवा आदि के चार केस दर्ज किए गए। वर्तमान में वह डासना जेल में बंद है। अनिल यति नरसिंहानंद गिरि का शिष्य है। इसी के चलते वह अपने नाम के आगे छोटा यति लिखने लगा है।
जमानत पर छूटने के चंद घंटों बाद पुलिस ने जेल भेजा था
विवादित बयानबाजी के बाद अनिल फरार हो गया था। कुछ दिन बाद अनिल यादव ने गाजियाबाद कोर्ट में सरेंडर कर दिया, जहां उसे जमानत दे दी गई थी, लेकिन दो समुदायों के बीच बिगड़े हालातों और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस ने अनिल यादव को जमानत मिलने के चंद घंटों बाद ही शांतिभंग की आशंका में जेल भेज दिया था। तभी से अनिल यादव जेल में बंद है।
विवादित बयान जारी किया था
तीन अक्तूबर को समुदाय विशेष को लेकर यति नरसिंहानंद का विवादित बयान सामने आया था। चार अक्तूबर को अनिल यादव ने भड़काऊ वीडियो बयान जारी किया था। कुछ घंटों बाद दूसरे समुदाय के लोगों ने डासना देवी मंदिर पर पथराव किया था। एक तरफ जहां वेव सिटी पुलिस ने मंदिर पर हमला करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की। वहीं, अनिल यादव और उसके दो साथियों पर भी केस दर्ज किया था।
भीड़ ने मंदिर को घेरा था
गाजियाबाद के डासना मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद ने 29 सितंबर को गाजियाबाद के हिंदी भवन में एक कार्यक्रम के दौरान पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उनके विवादास्पद बयान के बाद एक अनियंत्रित भीड़ ने डासना मंदिर को घेर लिया था, जिसके परिणामस्वरूप मंदिर और पुलिस कर्मियों दोनों पर पथराव हुआ था। इसके बाद आरडीसी में सड़क किनारे झगड़ा हुआ।