गुरुग्राम पुलिस की नेक पहल, वरिष्ठ नागरिकों का रखेगी ध्यान; इन लोगों को होगा सबसे ज्यादा फायदा
पुलिस ने बताया कि बीट प्रभारी के ऊपर वरिष्ठ नागरिक के घर काम करने वाले ड्राइवर और नौकर समेत अन्य कर्मचारियों के पुलिस सत्यापन की जिम्मेदारी भी होगी।

गुरुग्राम पुलिस ने एक नेक पहल करते हुए वरिष्ठ नागरिकों की सहायता करने की जिम्मेदारी ली है। इस पहल को पुलिस ने SAATH (सीनियर असिस्टेंस एंड टाइमली हेल्प) नाम दिया है। इस बारे में जानकारी देते हुए शुक्रवार को पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने बताया कि आज सामुदायिक केंद्र सेक्टर 4 में वरिष्ठ सहायता और समय पर सहायता (SAATH) पहल की शुरुआत की गई। उन्होंने बताया कि इस पहल के अंतर्गत 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों का ध्यान रखते हुए उनकी सुरक्षा और जरूरत पड़ने पर उन तक मदद पहुंचाने का काम किया जाएगा। पुलिस के अनुसार इसका सबसे ज्यादा फायदा उन बुजुर्गों को होगा, जिनके बच्चे या तो उनके साथ नहीं रहते हैं, या उनकी देखभाल करने वाला कोई परिवार का सदस्य नहीं है। पुलिस की इस पहल के तहत वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल करने की जिम्मेदारी क्षेत्र के बीट प्रभारी के पास होगी।
इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस पहल के अंतर्गत मदद प्राप्त करने के लिए 70 साल से ज्यादा उम्र के नागरिकों को गुरुग्राम पुलिस की वेबसाइट (https://gurgaon.haryanapolice.gov.in) पर जाकर एक फॉर्म भरना होगा। इस फॉर्म में खुद से जुड़ी बुनियादी जानकारियां भरकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जो लोग ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पा रहे हैं, वे पंजीकरण के लिए वरिष्ठ नागरिक (सीनियर सिटीजन) हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके मदद प्राप्त कर सकते हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों द्वारा दर्ज की गई जानकारियों की जांच संबंधित SHO द्वारा की जाएगी और जाकर उस वह वरिष्ठ नागरिक से मिलेंगे भी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के बीट प्रभारी पर उस क्षेत्र के 70 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल करने की जिम्मेदारी होगी और वह हर 10 दिन में उनके पास मिलने भी जाएगा।
ड्राइवरों और अन्य सहायकों का वेरिफिकेशन भी करेगी पुलिस
इसके अलावा बीट प्रभारी के ऊपर वरिष्ठ नागरिक के घर काम करने वाले ड्राइवर और नौकर समेत अन्य कर्मचारियों के पुलिस सत्यापन की जिम्मेदारी भी होगी। इसके साथ ही वह वरिष्ठ नागरिक के ड्राइवर और कामवाली आदि का डेटा भी तैयार करेंगे। उन्होंने बताया कि बीट प्रभारी समय-समय पर वरिष्ठ नागरिकों को हाल-फिलहाल में हुए अपराधों, धोखाधड़ी, ठगी और साइबर अपराधों के बारे में भी जागरूक करेंगे। बीट प्रभारी वरिष्ठ नागरिक को मेडिकल इमरजेंसी या किसी अन्य आपात स्थिति में सहायता भी प्रदान करेंगे।
अरोड़ा ने बताया कि बीट प्रभारी अपना मोबाइल नंबर और आपातकालीन नंबर वरिष्ठ नागिरक के मोबाइल फोन में सेव भी करेगा, ताकि किसी भी स्थिति में जरूरत पड़ने पर वरिष्ठ नागरिक तक तत्काल मदद पहुंचाई जा सके। उन्होंने बताया कि बीट प्रभारी वरिष्ठ नागरिक से मिलने वाले लोगों के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे।