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टोकन व्यवस्था से प्लांट के बाहर भीड़ कम

गुरुग्राम। जिले में लोगों को ऑक्सीजन अब टोकन से ही मिल रही है। बिना टोकन

Newswrap हिन्दुस्तान, गुड़गांवSat, 8 May 2021 11:30 PM
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गुरुग्राम। जिले में लोगों को ऑक्सीजन अब टोकन से ही मिल रही है। बिना टोकन वालों को घंटों इंतजार के बाद भी खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। नगर निगम की ओर से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन वितरण के लिए शनिवार को 80 टोकन जारी किए गए। इससे पहले शुक्रवार को निगम ने ऑक्सीजन वितरण के लिए 71 टोकन जारी किए थे। टोकन व्यवस्था के लागू होने से मानेसर स्थित स्टार गेसिज प्लांट के बाहर सिलेंडरों को लेकर लगने वाली लोगों की भीड़ कम हो गई है। शनिवार को प्लांट के बाहर सीमित संख्या में ही लोग मौजूद थे। प्लांट पर केवल उन्हीं लोगों के सिलेंडर रिफिल किए गए, जिन्हें निगम से टोकन प्राप्त था।

शनिवार को सिविल लाइंस के पास स्थित पुराने नगर निगम कार्यालय से 30 टोकन, सेक्टर-34 स्थित निगम कार्यालय से 29 टोकन और सेक्टर-42 स्थित निगम शाखा से 21 टोकन ऑक्सीजन सिलेंडरों को रिफिल करने के लिए जारी किए गए। इन केंद्रों पर लोग सुबह साढ़े आठ बजे से ही पहुंचना शुरू हो गए थे। हालांकि, दूसरे दिन भी इन केंद्रों पर टोकन लेने वालों की ज्यादा भीड़ नहीं रही। सभी दस्तावेजों को जमा कराने के बाद ही लोगों को टोकन वितरित किए गए। टोकन वितरण के लिए नगर निगम ने सुबह नौ से शाम पांच बजे तक का समय निर्धारित किया है। प्रत्येक केंद्र से दिन में 30 टोकन ही जारी होंगे। कुल मिलाकर दिनभर में ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल कराने के लिए केवल 90 टोकन ही जारी होंगे। हालांकि, व्यवस्था की शुरुआत हुए दो दिन बीत गए हैं, लेकिन दोनों दिन में पूरे 90 टोकन जारी नहीं हो पाए। अधिकारियों का कहना है कि लोगों के बीच इस व्यवस्था की सूचना धीरे-धीरे पहुंच रही है। जिसके बाद सीधे वह पहले टोकन लेने के लिए आ रहे हैं।

दो दिन की वैधता:

नगर निगम की ओर से ऑक्सीजन के लिए जारी किया जाने वाला टोकन एकल व्यक्ति के तौर पर जारी किया जा रहा है। इस टोकन की वैधता केवल दो दिनों की है। यदि किसी कारणवश व्यक्ति ने जिस दिन टोकन लिया है, उस दिन गैस भरवाने नहीं जा पाया, तो वह अगले दिन भी उस टोकन को लेकर गैस रिफिल करवाने जा सकता है, लेकिन दो दिन बाद टोकन की वैधता खत्म हो जाने पर व्यक्ति को गैस नहीं दी जाएगी। इसके लिए उसे दोबारा से टोकन लेना होगा।

डेढ़ से दो किमी लंबी लगती थी लाइन

गुरुवार तक मानेसर स्थित ऑक्सीजन प्लांट के बाहर सिलेंडर भरवाने वालों की डेढ़ से दो किलोमीटर लंबी लाइन लगती थी। लोग आधी रात से और पूरा दिन भी ऑक्सीजन भरवाने के लिए सिलेंडरों के साथ लाइन में खड़े दिखते थे। दिल्ली-एनसीआर के अलावा कई अन्य शहरों और राज्यों से भी लोग यहां सिलेंडर भरवाने पहुंच रहे थे। घंटों इंतजार के बाद लोगों का नंबर आ पाता था और कई बार नंबर आने तक गैस भी खत्म हो जाती थी। हालांकि, टोकन व्यवस्था लागू होने से स्थिति अब बदली नजर आने लगी है। कतार छोटी हो गई और प्लांट से जरूरत अनुसार ही लोगों को ऑक्सीजन भर कर दी जा रही है।

व्यवस्था से स्थिति में सुधार आया

प्रशासन और नगर निगम की इस व्यवस्था को लोगों की सराहना भी मिल रही है। पुराने निगम कार्यालय पर टोकन लेने पहुंचे करण ने कहा कि इस व्यवस्था से स्थिति में काफी सुधार आया है। अभी तक लोग सिफारिश लगाकर पहले अपने सिलेंडर भरवा रहे थे, लेकिन इससे अब उन लोगों को समय पर सिलेंडर मिल सकेंगे, जिन्हें वास्तविक में इनकी ज्यादा जरूरत है। वहीं सेक्टर-34 स्थित निगम कार्यालय पर टोकन लेने आए धीरज ने कहा कि इससे घंटों का इंतजार भी कम हुआ है। टोकन मिलने के बाद प्लांट पर जाकर कुछ ही समय पर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल करके दिया जा रहा है।

ये दस्तावेज जरूरी

-कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट

-एड्रेस प्रूफ

-डॉक्टर का परामर्श पत्र

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