टीकाकरण केंद्रों पर रखरखाव के अभाव में छह हजार डोज खराब
जिले में संक्रमण का कहर जारी है। इससे बचाव के लिए लोग संक्रमणरोधी टीका...
जिले में संक्रमण का कहर जारी है। इससे बचाव के लिए लोग संक्रमणरोधी टीका लगवाने के लिए आगे आ रहे हैँ। टीकाकरण केंद्रों पर टीका लगवाने के लिए मारामारी देखने को मिल रही है। ऐसे में वैक्सीन की एक-एक डोज की अहमियत बढ़ गई है। इसी बीच जिले में वैक्सीन की बर्बादी चिंता का विषय है। जिले में अभी तक वैक्सीन की करीब छह हजार डोज बर्बाद हो चुकी हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में कोविशील्डर और कोवैक्सीन दोनों की बर्बादी की दर 1.1 फीसदी है। हालांकि इसमें पहले के मुकाबले कमी आई है। जिले में कोवैक्सीन पहले 1.3 फीसदी बर्बाद हो रही थी।
प्रदेश में टीकाकरण के मामले में गुरुग्राम सबसे आगे है। जिले में अभी तक पांच लाख 69 हजार 461 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। टीकाकरण की शुरूआत इसी साल 16 जनवरी को हुई थी। पहले दिन केवल छह केंद्रों पर ही टीका लगाया गया था। शुरूआत में वैक्सीन को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां थी। जिस कारण कम लोग ही टीका लगवाने आगे आ रहे थे। हालांकि अब स्थिति बदल चुकी है। टीकाकरण केंद्रों पर आए दिन लोगों की भीड़ उमड़ रही है। टीकाकरण के सबसे बड़े अभियान की शुरूआत सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों से की गई थी। उनके बाद फ्रंटलाइन वर्करों को टीका लगाया गया था। इसके बाद आज जनता को संक्रमणरोधी टीका लगाने की शुरूआत की गई। पहले 60 साल से ऊपर वालों और फिर 45 वर्ष से ऊपर वालों को टीका लगाया गया। वहीं एक मई से 18 साल से ऊपर वालों को भी टीका लगाने की शुरूआत कर दी गई है। जिले में रोजाना अब 76 से ज्यादा केंद्रों पर टीकाकरया किया जा रहा है।
इन केंद्रों पर लग रहा टीका
प्राथमिक स्वासथ्य केंद्र वजीराबाद, गढ़ी हरसरू, गुड़गांव गांव, मूलाहेड़ा, नाहरपुर रूपा, पलड़ा, घंघौला, भोंडसी, कासन, राजेंद्रा पार्क, ओम नगर, मंदपुरा, फाजिलपुर, फिरोज गांधी, फर्रुखनगर, सुखराली, लक्ष्मण विहार, खांडसा, सूरत नगर, चंद्रलोक, गांधी नगर, पटेल नगर, बसई एंक्लेव, नाथूपुर, दौलताबाद, भोड़ाकलां, भांगरौला, राजीव नगर, चौमा, बादशाहुपर, मानेसर, तिगरा समेत सोहना, हैली मंडी और पटौदी के नागरिक अस्पताल, सेक्टर-10 जिला नागरिक अस्पताल और सेक्टर-31 पॉलीक्लिनक समेत दो निजी अस्पतालों मैक्स अस्पताल और फोर्टिस अस्पताल में भी टीका लगाया जा रहा है।
राज्य सरकार और निजी अस्पताल खुल खरीद रहे वैक्सीन
एक मई से राज्य सरकार और निजी अस्पताल वैक्सीन निर्माता कंपनियों से वैक्सीन खुद खरीद रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में अभी भी लोगों को वैक्सीन नि:शुल्क ही लगाई जा रही है। जबक निजी अस्पताल कोविशील्ड के लिए 900 रुपये और कोवैक्सीन के लिए 1250 रुपये वसूल रहे हैँ। जबकि एक मई से पहले तक राज्य सरकार को वैक्सीन केंद्र सरकार की ओर से मौहैया कराई जाती थी। उसके बाद केंद्र सरकार सरकारी अस्पतालों और निजी अस्पतालों को वैक्सीन मुहैया करवाती थी।
18 साल से ऊपर वालों को अपॉइंटमेंट से ही टीका
सरकार के निर्देशानुसार 18 से 44 वर्ष आयु के बीच के लोगों को टीका अपॉइंटमेंट के आधार पर ही लगाया जा रहा है। बिना अपॉइटमेंट वालों को टीका नहीं लगाया जा रहा है। इन्हें सबसे पहले कोविन या आरोग्य सेतू पर पंजीकरण कराना होगा और फिर अपॉइंटमेंट बुक करानी होगी। इसके अलावा 45 वर्ष व इससे ऊपर के लोगों के लिए भी पहली डोज लगवाने के लिए अपॉइंटमेंट अनिवार्य की गई है।
वैक्सीन की बर्बादी में पहले के मुकाबले कमी आई है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन की वर्तमान में 1.1 फीसदी डोज ही खराब हो रही है। जबकि पहले कोवैक्सीन की बर्बादी की दर 1.3 फीसदी थी। इसे और कम करने का प्रयास किया जा रहा है।
-डॉ एमपी सिंह, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी
स्कूल, सामुदायिक भवनों में लगेगा टीका
सरकार के आदेशानुसार अब जिले में सरकारी स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों और पंचायत भवनों में लोगों को टीका लगाया जाएगा। अभी तक टीका अधिकांश प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों पर लगाया जा रहा है। यहां जगह की कमी के चलते भारी दिक्कत होती है। लोगों की भीड़ के कारण सामाजिक दूरी का भी पालन नहीं हो पाता है। इससे लोगों में टीकाकरण केंद्रों पर ही संक्रमित रहने का डर रहता है। इसे लेकर लोग आए दिन शिकायतें भी करते आए हैं। इसे देखते हुए सरकार ने खुले स्थानों पर टीकाकरण अभियान चलाने के स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैँ।
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