चंडीगढ़ समेत यूपी और हिमाचल रूट पर रोजवेज बस सेवा सुचारू
कोरोना काल के बाद किसानों के आंदोलन के चलते प्रभावित हुई रोडवेज बस सेवा अब पटरी पर लौट चुकी है। चंडीगढ़ समेत उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल...
कोरोना काल के बाद किसानों के आंदोलन के चलते प्रभावित हुई रोडवेज बस सेवा अब पटरी पर लौट चुकी है। चंडीगढ़ समेत उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के रूटों पर भी रोडवेज की बसें सुचारु रूप से दौड़ने लगी हैं। बसों में सवारियों की संख्या भी बढ़ी है। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि कोरोना काल में और किसान आंदोलन के चलते बस सेवा प्रभारित रहने से जो नुकसान विभाग को हुआ था, उसे जल्द पूरा किया जा सकेगा। गुरुग्राम डिपो से मौजूदा समय में 13 रूटों पर रोडवेज की करीब 43 बसों का संचालन हो रहा है।
गुरुग्राम डिपो से बसे ज्यादा बसें चंडीगढ़ के लिए चल रही है। गुरुग्राम-चंडीगढ़ रूट पर जिले से करीब 14 सामान्य बसें और एक वॉल्वो बस का संचालन हो रहा है। इसके अलावा आगरा रूट पर पांच बसों, अलीगढ़ रूट पर दो बसों, मथुरा रूट पर दो बसों का संचालन किया जा रहा है। महेंद्रगढ़, बालाजी, हरिद्वार, बैजनाथ और कटरा के लिए जिले से अभी एक-एक बस चल रही है। इसी तरह नारनौल रूट पर तीन, हिसार रूट पर तीन, जयपुर रूट पर पांच और सिरसा रूट पर तीन बसें चलाई जा रही हैँ। कोरोना काल में रोडवेज की बसों में जहां पहले 50 फीसदी यात्रियों के ही बैठने की अनुमति थी, वहीं अब बसें पूरी यात्री क्षमता के साथ चल रही हैं। हालांकि दिल्ली में किसान आंदोलन का असर होने के चलते दिल्ली के लिए बसें अभी नहीं चल रही हैं। यात्रियों को दिल्ली तक निजी बसों में सफर करना पड़ रहा है।
कुछ बसों के रूट बदले
किसान आंदोलन के चलते दिल्ली होकर चंडीगढ़ जाने वाली बसों का विभाग ने रूट बदल दिया था। गुरुग्राम से चंडीगढ़ के लिए रोडवेज बसें वाया कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) होकर जा रही हैँ। इसी तरह फरीदाबाद और पलवल में किसान आंदोलन के चलते मथुरा, आगरा और अलीगढ़ जाने वाली बसों को ताज एक्सप्रेसवे के रास्ते भेजना शुरू किया गया था। जबकि ये बसें पहले सोहना के रास्ते होकर जाती थी।
20 बसें पुलिस प्रशासन के पास:
विभाग ने अभी किसी नए रूट पर बस सेवा को शुरू करने की योजना नहीं तैयार की है। इसका कारण गुरुग्राम डिपो के बेड़े में बसों की कमी होना भी है। विभाग की करीब 20 बसें पुलिस प्रशासन के पास हैं। जो पुलिस कर्मियों को धरना स्थल पर लाने-लेजाने में लगी हैं। हालांकि बसों की कमी को पूरा करने के लिए विभाग ने किलोमीटर स्कीम के तहत भी बसें चलाई हैं, लेकिन अभी भी और बसों की आवश्यकता है।
कोट्स
सभी रूटों पर रोडवेज बसों का संचालन सामान्य रूप से हो रहा है। विभाग के निर्देशानुसार रूट निर्धारित कर उन पर बसों को चलाया जाता है। कोरोना काल में पहले के मुकाबले बसों में अब यात्रियों की संख्या भी बढ़ने लगी है।
-नरेश कुमार, मुख्य निरीक्षक, गुरुग्राम डिपो
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