रोडवेज के बेड़े में 10 सामान्य और छह नई वॉल्वो बसें हुईं शामिल
रोडवेज बसों से सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। यात्रियों को अब
रोडवेज बसों से सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। यात्रियों को अब बसों की कमी के कारण दिक्कत नहीं उठानी पड़ेगी। गुरुग्राम डिपो के बेड़े में बीते लंबे समय से खल रही बसों की कमी को पूरा करने के लिए परिवहन विभाग ने दस नई सामान्य और छह नई वॉल्वो बसें और शामिल कर दी हैं। विभाग इन बसों को जल्द सड़कों पर उतारने की तैयारी में भी लग गया है। इन बसों को चलाने के लिए विभाग ने इनके परमिट के लिए भी आवेदन कर दिया है।
गुरुग्राम डिपो के अधिकारियों ने बताया कि इन बसों को प्रदेश के विभिन्न रूटों पर उताकर उन रूटों पर खल रही बसों की कमी को पूरा किया जाएगा। यात्री संख्या के अनुसार निर्धारित रूटों पर इन बसों को चलाया जाएगा। जिससे कि रोडवेज बसों से सफर करने वाले यात्रियों का सफर सुगम हो सके। अधिकारियों ने बताया कि दस नई सामान्य बसें किलोमीटर स्कीम के तहत मुहैया करवाई गई हैं। इस योजना के तहत परिवहन विभाग गुरुग्राम डिपो को 45 बसें पहले भी मुहैया करवा चुका है। जिनकी विभाग विभिन्न रूटों पर सेवाएं ले रहा है। इसके अलावा छह नई वॉल्वो बसें भी गुरुग्राम डिपो के बेडे में शामिल की गई हैं। इन्हें विभाग लंबे रूटों पर चलाएगा। मौजूदा समय में गुरुग्राम डिपो से अभी केवल एक ही वॉल्वो बस चंडीगढ़ रूट पर चल रही है।
चरणबद्ध तरीके से चलाई गई बसें:
किलोमीटर स्कीम के तहत जिले को पहले मिली 45 बसों को विभाग ने चरणबद्ध तरीके से सड़कों पर उतारा था। बीते दो महीने पहले दिसंबर में गुरुग्राम डिपो से किलोमीटर स्कीम के तहत मिली बसों में से पहले 26 बचें चलाई गई थी। विभाग ने इनमें से चंडीगढ़ रूट पर 18, हिसार रूट पर दो, जयपुर रूट पर चार, सिरसा रूट पर चार, भिवानी रूट पर दो, रेवाड़ी रूट पर तीन, रोहतक रूट पर चार और एक-एक बस महेंद्रगढ़, अलवर, जींद, कैथल, नारनौल, हरिद्वार, चरखी दादरी और मुरादाबाद रूट पर चलाई थी। कुछ दिन बाद ही बची हुई 19 बसों का संचालन भी शुरू कर दिया गया था। इनमें से रेवाड़ी और रोहतक रूट पर तीन-तीन बसें, महेंद्रगढ़, बिभानी और हिसार रूट पर स्कीम के तहत दो-दो बसों और जींद, झज्जर, जॉनीवास, बहानी, खरखौदा, रेहनवा और बलेवा के लिए एक-एक बस चलाई गई थी। नई मिली दस बसों को भी इन्हीं रूटों पर एडजस्ट किया जाएगा।
क्या है किलोमीटर स्कीम
प्रदेश में किलोमीटर स्कीम की शुरुआत परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने करीब एक साल पहले गुरुग्राम से स्कीम के तहत बसों को हरी झंडी दिखाकर की थी। किलोमीटर स्कीम के तहत सरकार ने निजी बस ऑपरेटर की बसों को चलाया है। इन बसों पर चालक निजी बस ऑपरेटर का होगा, जबकि परिचालक हरियाणा रोडवेज का होगा। सरकार इन बसों को प्रति किलोमीटर 26 रुपये 92 पैसे देगी। सरकार का तर्क है कि सरकारी बस चलाने पर उन्हें 52 रुपये खर्च वहन करना पड़ता है।
गुरुग्राम डिपो में सात ऑपरेटरों की बसें शामिल:
रोडवेज विभाग के अधिकारियों ने बताया कि किलोमीटर स्कीम के तहत गुरुग्राम डिपो से बसें चलवाने के लिए विभाग ने सात निजी ऑपरेटरों के साथ समझौता किया है। समझौतेनुसार चार ऑपरेटों की बसें प्रतदिन न्यूनतम 300 किमी, वहीं तीन ऑपरेटरों की बसें न्यूननम 400 किमी प्रतिदिन चलाना अनिवार्य है। यदि कोई बस एक दिन में इन तय किलोमीटर को पूरा नहीं कर पाती, तो उसे समझौते अनुसार तय किलोमीटर को महीने के अंदर बाकी दिनों में फेरे लगाकर उतने किलोमीटर पूरे करने होंगे।
कोट्स
किलोमीटर स्कीम के तहत जिले को दस बसें और मिली हैं। इससे पहले भी 45 बसें इस योजना के तहत मिल चुकी हैं। हाल ही में विभाग ने छह नई वॉल्वो बसें भी जिले को दी हैं। इन बसों को चलाने के लिए इनके परमिट के लिए आवेदन कर दिया गया है। परमिट आते ही रूट निर्धारित कर इनका संचालन शुरू कर देंगे।
-नरेश कुमार, मुख्य निरीक्षक, गुरुग्राम डिपो
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