हिंदू बताकर युवक विवाहिता को ले भागा, नाबालिग भतीजी से दुष्कर्म किया
रेवाड़ी में एक मुसलमान युवक ने हिंदू बनकर एक विवाहिता को अगवा किया और उसकी नाबालिग भतीजी के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने शिकायत पर उचित कार्रवाई नहीं की, जिससे मामला हिंदू संगठनों तक पहुंचा। चाइल्ड...
रेवाड़ी, संवाददाता। रेवाड़ी में एक मुसलमान युवक हिंदू बनकर एक विवाहिता को लेकर फरार हो गया। इतना ही नहीं आरोपी ने पिस्तौल के बल पर महिला की नाबालिग भतीजी से दुष्कर्म किया। आरोप है कि मामले में पीड़ित परिवार द्वारा पुलिस में शिकायत दिए जाने के बावजूद एफआईआर दर्ज करने की बजाये उसे थाने से भगा दिया गया। आरोप है कि पुलिस ने नाबालिग का मेडिकल कराने की भी जहमत नहीं उठाई। इतना ही नहीं जांचकर्ता अधिकारी ने लड़की की अनपढ़ मां से कागजों पर दुष्कर्म के स्थान पर छेड़छाड़ की शिकायत लिखवा डाली और मामले को दबाने का प्रयास किया। लेकिन इसकी भनक जब हिन्दू संगठनों को लगी तो मामला एसपी दरबार तक जा पहुंचा।
यह मामला नगर की एक गौशाला का है जहां कई वर्षों से एक परिवार रह रहा था। इस परिवार की विवाहिता से हापुड़ यूपी का एक युवक संपर्क में आया। उसने अपना नाम अरुण बताया और कहा कि वह एक चूड़ी की दुकान पर काम करता है। अरुण विवाहिता को अपनी मोहब्बत के जाल में फंसा कर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा और पूरी रात उसके घर पर रहता। विवाहिता के पति को नींद की गोलियां खिलाकर सुला दिया जाता था। इस प्रेम प्रसंग से पति अनभिज्ञ था। इस दौरान अरुण ने मौका पाकर विवाहिता की नाबालिग भतीजी से भी पिस्तौल के बल पर दो बार दुष्कर्म किया। उसने लड़की को धमकी दे रखी थी कि यदि किसी को बताया तो उसके चाचा और पिता को गोली मार देगा। कुछ दिन बाद अरुण विवाहिता को लेकर फरार हो गया। बाद में जांच पड़ताल के बाद पता चला कि मोहब्बत के जाल में फंसाने वाला अरुण असल में मुसलमान है और उसका नाम इरफान खान है।
अरुण उर्फ इरफान खान के फरार होने के बाद नाबालिग लडक़ी ने सारे राज खोल दिये। उसने अपने चाचा को बताया कि पिस्तौल दिखाकर व जान से मारने की धमकी देकर इरफान खान ने उसके साथ दो बार दुष्कर्म किया। इसके बाद शिकायत लेकर चाचा अपनी भतीजी के साथ जब रात को मॉडल टाउन थाने पहुंचा तो पुलिस ने उसकी सुनवाई करने की बजाये धमका कर भगा दिया। 10 दिसंबर को चाचा अड़ोस-पड़ोस के हमदर्दों को लेकर पुन: मॉडल टाउन थाना पहुंचा। इस बार इस मामले की जांच का जिम्मा एक महिला अधिकारी को दे दिया गया। इस महिला जांचकर्ता अधिकारी ने मुकदमा दर्ज करने की बजाये दबाव डालकर लड़की की अनपढ़ मां से छेड़छाड़ की शिकायत पर अंगूठा लगवा लिया, लेकिन इसकी भनक जैसे ही क्षेत्र के हिंदू संगठनों को लगी तो उनमें उबाल आ गया। लड़की सहित पीड़ित परिवार को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया गया। वहां लडक़ी ने कमेटी के समक्ष जब आपबीती बताई तो उसने तुरंत मेडिकल कराकर केस दर्ज करने के निर्देश दिए। हैरत की बात यह है कि इतना सब कुछ हो जाने के बावजूद जांचकर्ता महिला अधिकारी उसका मेडिकल कराने की बजाये गोशाला में छोड़ आई। आखिर में शनिवार को पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया। हिन्दू संगठन के पदाधिकारी एक बार फिर पीड़ित परिवार को एसपी कार्यालय लेकर गए और न्याय की गुहार लगाई। विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष राधेश्याम मित्तल ने कहा कि इतने गंभीर मामले में पुलिस की लापरवाही शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामले को दबाने व छिपाने का प्रयास किया तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने पीड़ित का तुरंत मेडिकल कराकर केस दर्ज करने के लिए कहा है।
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की चेयरपर्सन कुसुमलता ने कहा कि पीड़ित परिवार कमेटी के पास आया था। काउंसलिंग में लड़की ने सारी आपबीती बताई। हमने इस मामले में मेडिकल कराने व केस दर्ज करने के निर्देश दिए थे।
शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ पॉक्सो ऐक्ट में केस दर्ज कर लिया गया है। पूरी जांच का जिम्मा महिला अधिकारी संगीता को दिया गया है।
महीपाल, अतिरिक्त प्रभारी, मॉडल टाउन थाना
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