सायरन बजने के बाद सूझबूझ से संकट टला
गुरुग्राम में बुधवार को एयर रेड सायरन बजने के बाद मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन ने नागरिक सुरक्षा तंत्र और आपातकालीन प्रतिक्रिया की तैयारियों का परीक्षण किया। बचाव दल ने लोगों को सुरक्षित...

गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। मिलेनियम सिटी में जंग का सायरन बजते ही हर तरफ भगदड़ मच गई। जिला प्रशासन की ओर से बुधवार को एयर रेड सायरन बजाए गए। बचाव दल बड़े-बड़े व्यावसायिक भवन, सरकारी भवनों से लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का अभ्यास किया गया। विभिन्न स्थानों पर लोगों को एयर रेड के दौरान बरते जाने वाली सावधानियों को लेकर जागरूक किया। जिले में नागरिक सुरक्षा तंत्र और आपातकालीन प्रतिक्रिया का परीक्षण और सुदृढ़ीकरण करने के उद्देश्य से मॉक ड्रिल हुआ। मॉक ड्रिल में सांय 4 बजे सायरन के साथ सभी चिह्नित स्थानों पर अभ्यास शुरू हुआ।
जिन निर्धारित प्रभावित स्थानों पर लोग मौजूद थे, वे तुरंत प्रभाव से सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए। जहां कहीं भी आपदा की स्थिति के दौरान लोग ऊपरी तलों पर फंस गए थे उन्हें सुरक्षित तरीके से सिविल डिफेंस व रेडक्रॉस तथा फायर बिग्रेड कर्मियों व आपदा मित्रों द्वारा नीचे उतारा गया और इलाज के लिए निकटवर्ती अस्पताल में पहुंचाया गया। तैयारियों को परखने के लिए अभ्यास किया आपातकालीन स्थिति विशेषकर एयर रेड के दौरान लोगों की सुरक्षा और उनकी तैयारियों को परखने के लिए ऑपरेशन अभ्यास के तहत बुधवार की दोपहर बाद गुरुग्राम जिले में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल हुआ। जिले में एंबियंस मॉल, सेक्टर-4/7 स्थित राजकीय विद्यालय, सेक्टर-15 के सालवान स्कूल, हीरो मोटोकॉर्प कंपनी व गढ़ी बाजिदपुर में निर्धारित समयावधि में मॉक ड्रिल हुई। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के चेयरमैन अजय कुमार के नेतृत्व में योजनाबद्ध तरीके से नागरिक सुरक्षा अभ्यास किया गया। जिसमें आपदा की स्थिति में हुई जान माल की रक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई। सीपी विकास अरोड़ा के मार्गदर्शन में डीसीपी मुख्यालय अर्पित जैन समेत पुलिस विभाग के अधिकारियों ने अपनी टीम सहित सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल को आयोजित करवाया। कंट्रोल रूम सचिवालय में बनाया गया इस पूरी स्थिति की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम सचिवालय में बनाया गया था। जहां से ताऊ देवीलाल स्टेडियम में बनाए गए स्टेजिंग एरिया को सूचना दी गई थी। सूचना मिलते ही संबंधित टीम लीडर्स अपने साथ पुलिस, फायर, सिविल डिफेंस, एनसीसी, रेडक्रॉस के वॉलंटियर्स तथा आपदा के समय इस्तेमाल में लाए जाने वाले महत्वपूर्ण संसाधनों के साथ प्रभावित स्थान के लिए रवाना हुए। मॉक ड्रिल के दौरान उक्त कंट्रोल रूम में आई सूचना के आधार पर पूरा अभ्यास किया गया। विभागों की टीम ने अपनी भूमिका का बखूबी निभाया। स्थिति से निपटने के लिए प्रबंधों की समीक्षा मॉक ड्रिल के मद्देनजर डीसी अजय कुमार व सीपी विकास अरोड़ा ने प्राधिकरण के सभी सदस्यों सहित अन्य प्रतिनिधि के साथ बैठक भी की और आपदा की स्थिति से निपटने के लिए किए जाने वाले प्रबंधों की समीक्षा की। गुरुग्राम जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में बुधवार की शाम 7.50 से 8.00 बजे तक एयर स्ट्राइक के मद्देनजर आयोजित मॉक ड्रिल में ब्लैक आउट की गई। जिसके चलते जिला में लोगों ने जिला प्रशासन की मॉक ड्रिल में अपना सहयोग भी दिया। ये अधिकारी शामिल रहे ऑपरेशन अभ्यास को अतिरिक्त उपायुक्त जगनिवास, बादशाहपुर एसडीएम अंकित चौकसे, डीसीपी ट्रैफिक राजेश मोहन, डीसीपी ईस्ट गौरव राजपुरोहित, गुरुग्राम एसडीएम परमजीत चहल, सीटीएम रविंद्र कुमार, सोहना एसडीएम संजीव सिंगला, पटौदी एसडीएम दिनेश लुहाच, जेसी जयवीर यादव, विशाल कुमार, सुमित कुमार, अखिलेश कुमार, सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन एनसी शर्मा, वार्डन मोहित शर्मा समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।