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मानेसर के औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों के ऑनलाइन नहीं होते हैं काम

हरियाणा के मानेसर के उद्यमियों को ऑनलाइन सिस्टम की खामियों के कारण परेशानी हो रही है। भुगतान के बाद भी लाखों रुपये बकाया दिखाया जाता है और एनडीसी आवेदन रद्द कर दिए जाते हैं। एचएसआईआईडीसी के आईटी...

Newswrap हिन्दुस्तान, गुड़गांवSat, 31 Aug 2024 11:16 PM
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गुरुग्राम, अमर मौर्य। प्रदेश सरकार औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों को ऑनलाइन सुविधाएं देने का प्रयास कर रही है, लेकिन मानेसर के उद्यमियों के काम ऑनलाइन नहीं होने से परेशानी बढ़ गई है। उद्यमियों के भूखंड से जुड़े कोई कार्य ऑनलाइन नहीं हो रहे हैं। डेढ़ साल से यह दिक्कत बनी हुई है। उच्चधिकारियों से शिकायतों के बाद भी उद्यमियों की परेशानी कम होने का नाम ले रही है। उद्यमियों का कहना है कि ऑनलाइन सिस्टम की खामियों से कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। भुगतान करने के बाद ऑनलाइन 10 से 20 लाख रुपये बकाया दिखाया जाता है। आरोप है कि हरियाणा राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) के आउट सोर्स कर्मी वेबसाइट पर काम को कई महीने तक अपडेट नहीं करते हैं। जिससे बैंकों से जुड़े काम नहीं होते है।

भुगतान करने के बाद ऑनलाइन बताया बकाया

मानेसर औद्योगिक क्षेत्र में तीन हजार से अधिक उद्योग हैं। यहां पर एचएसआईआईडीसी की ओर से सेक्टर विकसित किए गए हैं। इसके भूखंडों की नीलामी से लेकर एनओसी तक एचएसआईआईडीसी की ओर से दिए जाते हैं। उद्यमियों का आरोप है कि भूखंड के किसी भी कार्य के लिए पैसा जमा कराया जाता है तो ऑनलाइन बकाया दिखाया जाता है। लेकिन ऑनलाइन अपडेट नहीं किए जाते हैं जो उद्यमियों को बैंक से लोन लेने समेत भूखंड को बेच नहीं सकते हैं।

एनडीसी के लिए आवेदनों को रद्द कर देते हैं

आईएमटी मानेसर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन की ओर से एचएसआईआईडीसी के उच्चधिकारियों को कई बार पत्र लिखा गया। जिसमें कहा गया कि उद्योगों को अनिवार्य नो ड्यूज सर्टिफिकेट (एनडीसी) प्राप्त करने में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ये प्रमाण पत्र उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि उद्योगों को अपनी क्रेडिट सीमा बनाए रखने के लिए उन्हें सालाना बैंकों को जमा करना होता है, जो उनके संचालन के सुचारु संचालन के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है। पिछले डेढ़ साल से एनडीसी के लिए कई आवेदनों को फील्ड ऑफिसरों द्वारा रदद कर दिया गया है। ऐसा मुख्य रूप से फील्ड ऑफिसों में उपलब्ध खाता डेटा होते हैं। वहीं एचएसआईआईडीसी के ऑनलाइन पोर्टल पर मौजूद डेटा के बीच विसंगतियों के कारण से ऐसा हो रहा है। संपर्क करने पर फील्ड ऑफिसर आमतौर पर विसंगतियों को सुधारने के लिए आईटी डिवीजन को निर्देश जारी करते हैं। लेकिन आईटी डिवीजन द्वारा समय पर कोई सुधारात्मक कार्रवाई नहीं …

यह काम नहीं हो रहे

उद्यमियों का आरोप है कि नो ड्यूज सर्टिफिकेट, लीज अनुमति, भूखंड ट्रांसपर समेत अन्य कार्य ऑनलाइन नहीं होते हैं। एचएसआईआईडीसी के संबंधित अधिकारियों की ओर से कोई पत्र जारी नहीं होते हैं। जो उद्योगों को प्रशासनिक विसंगतियों के कारण परेशान होना पड़ रहा है। यह व्यवसाय करने में परेशानी आ रही है।

एचएसआईआईडीसी के ऑनलाइन पोर्टल हमारे भूखंड का छह महीने से लाख रुपये बकाया दिखाया जा रहा है। विभाग का कोई बकाया राशि नहीं है, यह आईटी कर्मचारियों की लापरवाही से परेशान हो रहे हैं। शिकायत करने पर कोई सुनवाई नहीं होती है।

- मनोज खन्ना, उद्यमी मानेसर

एनओसी के लिए आवेदन किया तो ऑनलाइन लाखों रुपये बकाया बताया जा रहा है। शिकायत करने पर स्थानीय अधिकारी चंडीगढ़ में आईटी सेल को ईमेल करते हैं, लेकिन कर्मियों की ओर से भुगतान राशि को ऑनलाइन नहीं चढ़ाते है। जिससे बैंकों से काम नहीं होते हैं।

- राकेश यादव, उद्यमी मानेसर

उद्यमियों की परेशानी को लेकर उच्चधिकारियों को कई बार पत्र लिखकर अवगत करा चुके हैं, लेकिन कोई काम नहीं होते हैं। हमारे दो भूखंडों पर ऑनलाइन लाखों रुपये बकाया दिखाया जा रहा है। जबकि विभाग को पूरा भुगतान कर चुके हैं।

-मनोज त्यागी, महासचिव, आईएमटी मानेसर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन

मानेसर के उद्यमियों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उनकी शिकायतों को यहां पर चेक करवाया जाएगा। आईटी कर्मियों से ऐसा गलती है तो रही है तो कार्रवाई की जाएगी।

- यश गर्ग, प्रबंध निदेशक, एचएसआईआईडीसी चंडीगढ़

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