आंधी-बारिश के बाद एक दर्जन इलाकों में रातभर गुल रही बिजली
गुरुग्राम। तेज आंधी और बारिश के कारण शुक्रवार शाम शहर के कई इलाकों में गुल
गुरुग्राम। तेज आंधी और बारिश के कारण शुक्रवार शाम शहर के कई इलाकों में गुल हुई बिजली शनिवार सुबह तक भी बहाल नहीं हो पाई। एक दर्जन से ज्यादा इलाकों में रहने वाले लोगों को रातभर बिना बिजली के रहने पड़ा। कहीं पेड़ गिरने से तार टूटने के कारण, तो कहीं बिजली के खंभे गिरने से आपूर्ति पूरी तरह प्रभावित रही। इसके अलावा बिजली निगम के फीडर भी कई जगह ब्रेकडाउन हुए। बिजली निगम की कड़ी मशक्कत के बाद इन इलाकों में बिजली आपूर्ति शनिवार दोपहर तक ही पूरी तरह सुचारू हो पाई। इस बीच शनिवार सुबह कई इलाकों में पानी की सप्लाई पर भी असर पड़ा। सेक्टर-9 सहित मारूति सब डिविजन के अंतर्गत आने वाले पालम विहार, सेक्टर-23, 21, 22, डूंडाहेड़ा, मूलाहेड़ा आदि इलाकों में भी कई जगह बिजली के खंभे और पेड़ टूट कर तारों पर गिर गए थे। इससे हुए नुकसान की वजह से इन इलाकों में बिजली गुल हो गई थी।
बिजली न होने के चलते नहीं मिला पानी
सेक्टर-9 निवासी धनराज बंसल ने बताया कि शुक्रवार शाम प्रभावित हुई बिजली की आपूर्ति शनिवार सुबह 11 बजे तक भी बहाल नहीं हो पाई थी। बिजली निगम के अधिकारी टूटे पेड़ और खंभों को हटाने में लगे रहे। इस वजह से रातभर इलाके में ब्लैक आउट रहा। वहीं बिजली ने होने के चलते पानी की आपूर्ति भी इलाके के घरों में नहीं हो पाई। जिस कारण लोगों को पीने का पानी भी बाजार से खरीद कर लाना पड़ा।
वहीं सेक्टर-40 निवासी वीरेंद्र भटनागर ने बताया कि उनके इलाके में शुक्रवार शाम से बिजली करीब 13 घंटे गुल रही। इससे सबसे ज्यादा परेशानी घर के बच्चों और बुजुर्गों को हुई। उन्होंने बताया कि इलाके में कई घरों में कोरोना संक्रमित मरीज भी हैं। बिजली गुल होने से उनकी मुश्किलें भी काफी बढ़ गईं। वहीं सुशांत लोक वन के सी ब्लॉक में रहने वाली अविनाबा के अनुसार वहां भी बिजली 15 घंटे तक गुल रहने से लोगों को दिक्कत हुई। दैनिक कामकाज पर इसका बड़ा असर पड़ा। इन इलाकों के अलावा सेक्टर-57, 67, कृष्णा कॉलोनी, सेक्टर-7, राजेंद्रा पार्क, पटौदी, सेक्टर-21, शीतला कॉलोनी में भी बिजली रात को घंटों गुल रही।
कंट्रोल रूम में रात भर बजते रहे फोन
बिजली रातभर गुल रहने से लोगों को काफी परेशानी हुई। परेशान लोगों ने बिजली आपूर्ति सुचारू होने के संबंध में जानकारी हासिल करने के लिए पूरी रात कंट्रोल रूम में कई बार फोन किए गए। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात नौ बजे से शनिवार सुबह आठ बजे तक कंट्रोल रूम में 500 से भी ज्यादा कॉल बिजली कटौती की शिकायत के संबंध में आई। हालांकि, लोगों का आरोप है कि उन्होंने बिजली निगम के जेई, एसडीओ और अधिकारियों के नंबर पर फोन किए, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। वहीं कंट्रोल रूम से भी उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
सोशल मीडिया पर उपभोक्ताओं ने निकाला गुस्सा
घंटों बिजली गुल रहने से नाराज उपभोक्ताओं ने अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर भी निकाला। देव सिंह ने बिजली मंत्री रणजीत सिंह को ट्वीट करते हुए लिखा कि वह सेक्टर-9 इलाके में रहते हैं। वहां रातभर से बिजली नहीं थी। सुबह तक भी आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई। इस कारण उनके इलाके में पानी भी नहीं आ पाया। जिससे लोगों को दोहरी परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्होंने लिखा कि इसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से की, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। उन्होंने लिखा कि कामचोर अधिकारियों को अपनी नौकरी से इस्तीफा दे देना चाहिए। सुशांतलोक सी ब्लॉक निवासी अनिंदिता ने लिखा कि गुरुग्राम अब रहने लायक शहर नहीं रहा है। यहां बुनियादी सुविधाओं को लेकर भी किसी की जवाबदेही नहीं है। उन्होंने कहा कि करीब छह घंटे तक उनके इलाके में बिजली गुल रही, लेकिन कोई भी जवाब देने को तैयार नहीं था कि बिजली कब तक बहाल हो पाएगी।
बयान:
आंधी के कारण मारूति सब डिविजन में नौ खंभे गिर गए थे। इसके अलावा कई जगह पर लोकल फॉल्ट आए थे। स्थिति को भांपते हुए सभी फॉल्ट को ठीक करवा दिया गया है। शनिवार सुबह तक सभी इलाकों में बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से चालू करवा दी गई थी।
- जोगिंद्र हुड्डा, अधीक्षण अभियंता, डीएचबीवीएन सर्कल-2
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