ड्यूटी के साथ 500 मजदूरों की भूख मिटा रहा आईएमटी पुलिस थाना
गुरुग्राम। कोरोना के खिलाफ जंग में आईएमटी थाना प्रभारी निरीक्षक यशवंत यादव और...
गुरुग्राम। कोरोना के खिलाफ जंग में आईएमटी थाना प्रभारी निरीक्षक यशवंत यादव और उनकी पूरी टीम का योगदान दूसरों के लिए सीख है। वह और पूरी पुलिस टीम सवा महीने से घर नहीं गई और 24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं,ताकि सभी लोग सुरक्षित रहें। ड्यूटी के साथ-साथ आईएमटी मानेसर क्षेत्र में रहने वाले किसी भी मजदूर और श्रमिक को वह भूखा नहीं सोने देते हैं। वह रोजाना 500 से ज्यादा मजदूर और श्रमिकों को खाना खिलाकर एक नजीर पेश कर रहे है। इसके अलावा वह मजदूरों को कोविड से बचने के लिए मास्क और सौनिटाइजर और जरूरी दवाइयां भी उपलब्ध करवाते हैं ताकि इससे वह संक्रमित होने से बचे रहे। उनके इस नेक काम में पूरा थाना सहयोग कर रहा है।
थाने के पुलिसकर्मियों ने बढ़ाया हौसला
इंस्पेक्टर यशवंत यादव ने बताया कि पिछले साल कोविड की ड्यूटी देते हुए वह संक्रमित हो गए थे। उसके बाद भी उनकी हिम्मत और हौसला पहले से ज्यादा बुलंद है। वह इस महामारी में लोगों को संक्रमित होने और कोई भूखा नहीं रहे। इसी सोच के साथ वह मजूदरों खाना बांट रहे है। उनके इस काम में उनका बढ़चढ़कर साथ थाने में तैनात 20 पुलिसकर्मी दे रहे है। उनकी टीम की निष्ठा और साथ ने उनका हौसला और भी मजबूत कर दिया।
मजदूरों के लिए टेंट लगाकर बैठने की व्यवस्था
आईएमटी मानेसर प्लांट के बाहर सैंकड़ों लोग घंटों लाइन में भूखे प्यासे लगे रहते थे। ऐसे में सबसे पहले आईएमटी मानेसर थाना पुलिस द्वारा उनके लिए टेंट लगाकर उनके बैठने का इंतजाम करवाया और फिर वहां पर सभी लोगों को खाना खिलाना शुरू किया। ऑक्सीजन की होम डिलीवरी होने के बाद से लोगों ने आना बंद कर दिया। उसके बाद से वह रोजाना आईएमटी मानेसर चौक पर बैठे रहने वाले 500 मजदूरों और श्रमिकों को खाना खिला रहे हैं। उनकी इस मुहिम को देखते हुए थाने में तैनात अन्य पुलिसकर्मी भी जुड़ गए। उन्होंने भी अपना योगदान देना शुरू किया।
मजदूरों के लिए रोजाना थाने में खाना बनवाया जाता है। थाने की पीसीआर में खाना लेकर चौक पर पहुंचते है। वहां पर मजदूरों को लाउडस्पीकर की मदद से वह खुद सामाजिक दूरी का पालन करवाते हुए उनको खड़ा किया जाता है। सभी श्रमिकों और मजदूरों के हाथों को सेनेटाइज करवाते है। उसके बाद सभी को मास्क रोजाना दिया जाता है। फिर उनके पास जाकर खाना दिया जाता है। सामाजिक दूरी का पालन करवाते हुए ही उनको बैठाया जाता है और फिर वह खाना खाते है।
कोट्स
महामारी के दौर में कोई भी मजदूर और श्रमिक भूखा नहीं रहें। उसके लिए मुहिम शुरू की गई। काफी संख्या में मजदूरों को खांसी,जुकाम और बुखार की भी शिकायत है। ऐसे में दवाइयों के लिए जिला प्रशासन से संपर्क किया जा रहा है। जिन मजूदरों को ऐसी शिकायत है उनको एक पैकेट बनाकर दिया जाएगा और दवाइं कैसे लेनी है। उसके बारे में पर्ची पर लिखा जाएगा।
-यशवंत यादव,निरीक्षक
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