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दो दिन से लगातार बारिश से खेतों में भरा पानी, फसल बर्बादी की सता रही चिंता

सोहना, संवाददाता। सोहना में लगातार दूसरे दिन भी हो रही तेज बरसात से जंगल व आबादी क्षेत्र में लगते खेत जलमग्न हो गए है। खेतों में पानी जमा होने से सब्ज

Newswrap हिन्दुस्तान, गुड़गांवMon, 12 Aug 2024 05:44 PM
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सोहना। सोहना में लगातार दूसरे दिन भी हो रही तेज बरसात से जंगल व आबादी क्षेत्र में लगते खेत जलमग्न हो गए है। खेतों में पानी जमा होने से सब्जी समेत बाजरे की फसलों के खराब होने का खतरे ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। वहीं आबादी क्षेत्र में जमा बरसाती पानी से बीमारियां फैलने के आसार बनने लगे हैं। क्षेत्र में वैसे तो शुक्रवार से रुक-रुककर बरसात हो रही है, लेकिन रविवार को दिन के समय में हुई भारी बारिश ने खेतों में पानी-पानी हो गया है। खेतों में जमा बरसाती पानी ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच दी है। किसान अपनी फसलों के खराब होने की उम्मीद से बेचैन हो रहा है। वर्तमान में किसानों ने ज्वार, बाजरा, सकलगंदी आदि की फैसलों की बिजाई कर दी है। जिनमें सबसे ज्यादा बाजरे की फसल को खतरा है। किसान भगत सिंह का कहना है कि खेतों में अधिक दिन तक बरसात का पानी जमा रहने से बाजरे की फसल गल जाती है। अभी बाजरे की फसल की ऊंचाई तीन से चार फीट तक है। तेज हवा चलने से बाजरे की फसल गिर जाएगी।

- आबादी क्षेत्र में जमा पानी

शहर के वार्ड-19 की मंगलनगर कॉलोनी में से जा रहा गंदे व बरसाती पानी के नाले का पानी आबादी क्षेत्र के खेतों में जमा हो गया है। जिससे खेतों में हो रही सब्जी की फसलें बरबाद हो गई है। वहीं पानी खेतों में जमा होने से मक्खी-मच्छरों का आतंक फैल गया है। यहां के निवासी गुलाब सैनी का कहना है कि डेंगू, मलेरियां, डायरिया जैसी जान लेवा बीमारी फैलने के आसार बन रहे है। संजीत का कहना है कि नाले के पानी का सही निकास न होने से खेतों में जमा हो जाता है। जिससे सब्जियों की फसलें बरसात के पानी से खराब हो गई है।

- बच्चों के हादसे का खतरा

आबादी क्षेत्र में जमा बरसाती पानी में आसपास के घरों में रहने वाले छोटें मासूम बच्चों के लिए जान का खतरा बना हुआ है। कहीं पलक झपकते हुए बच्चे खेतों में जमा दो से तीन फीट बरसाती पानी में गिरने से जान लेवा हादसा नहीं हो जाए। महिला मुनेश का कहना है कि खेतों में खड़ी फसल में बच्चे के गिरने पर नजर तक नहीं आएगा। पवन का कहना है कि नगर परिषद प्रशासन से पिछले पांच साल से नाले के पानी को खेतों में आने रोकने की गुहार की जा रही है, लेकिन परिषद प्रशासन नाले का पानी खेतों में भरने से रोक नहीं पा रही है। अब उन्हें सीएम विंडो पर मुख्यमंत्री को इसकी शिकायत करनी होगी।

वर्जन...

मंगलनगर के नाला का पानी को जल्द ही दमदमा चौक तक पहुंचाया जाएगा। जिससे नाले का ऑवर फ्लो होने वाला पानी का समाधान हो जाएगा।-सुमन लता, कार्यकारी अधिकारी, नप

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