गुरुग्राम के कपड़ा उद्योगों को नए ऑर्डर से मिलेगा फायदा
गुरुग्राम के कपड़ा उद्योगों को बांग्लादेश में विवाद के चलते नए ऑर्डर मिलने का फायदा होगा। जापान, यूरोप और यूएसए से कपड़ा उद्यमियों ने संपर्क कर नए ऑर्डर पर बातचीत शुरू की है। इससे रोजगार भी बढ़ेगा।...
गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। बांग्लादेश में चल रहे विवाद से गुरुग्राम के कपड़ा उद्योगों को नए ऑर्डर से मिलने से फायदा होगा। तीन देशों के कपड़ा उद्यमियों की ओर से कपड़ा उद्योगों से संपर्क कर नए ऑर्डर पर बातचीत शुरू की दी है। इसमें जापान, यूरोप और यूएसए देश शामिल है। इससे गारमेंट उद्यमियों को विंटर सीजन के लिए 5 से 10% तक नए ऑर्डर मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। उद्यमियों ने कहा कि बांग्लादेश में कपड़ा उद्योग का अच्छा कारोबार था। विवाद के कारण विदेशी कंपनियां अब बांग्लादेश को नया ऑर्डर न देकर यहां पर रुख करनी लगी हैं। काम के साथ रोजगार भी बढ़ेगा:
मानेसर के कपड़ा उद्यमी सतीश चंद्रा ने कहा कि बांग्लादेश की कई कपड़ा उद्योग मिलेनियम सिटी में भी लगाने की संभावना बढ़ गई है। वह जगह की तलाश करने के लिए उद्यमियों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। बांग्लादेश का कपड़ा उद्योग गुरुग्राम में आता है तो यहां कपड़ा उद्योगों को फायदा मिलेगा। काम के साथ रोजगार भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि जापान से कपड़े ऑर्डर कम हो गए थे। क्योंकि बांग्लादेश में कपड़े की सिलाई से लेकर अन्य काम सस्ता पड़ता है। जबकि बांग्लादेश में राजनीतिक उथल पुथल शुरू हुआ तो विदेशी कंपनियां वहां पर नए आर्डर देने से पीछे हट गई है। जिसका फायदा गुरुग्राम के कपड़ा उद्योगों को मिलेगा।
आपूर्ति बाधित होने का मिलेगा लाभ:
सेक्टर-37 के कपड़ा उद्यमी संजय सन्याल ने कहा कि बांग्लादेश में उथल-पुथल से माल की आवाजाही भी अटकी हुई है। क्रिसमस सीजन के लिए यूएसए और यूरोप बाजारों से बड़े ऑर्डर बांग्लादेश के पास थे। जिनकी आपूर्ति बाधित होने से गुरुग्राम को इसका फायदा मिल सकता है, क्योंकि अब ऑर्डर इधर मिलने लगेंगे। इस कारण अन्य देशों से बांग्लादेश में निर्यात को कम समर्थन मिलेगा। इसका फायदा यहां के उद्योगों को मिलेगा। नए ऑर्डर के लिए विदेशी कंपनियां संपर्क करने लगी हैं।
माल की कीमत बढ़ने से लागत बढ़ेगी:
उद्यमी शेखर तनेजा ने कहा कि बांग्लादेश में हालात नहीं सुधरने से दूसरे देशों से गुरुग्राम के उद्योगों को ऑर्डर मिलने में दिक्कतें नहीं आएगी। क्योंकि बांग्लादेश समेत अन्य कई देशों में भारत की अपेक्षा कम कीमत पर तैयार माल मिलने से कई देशों के व्यापारियों द्वारा वहां पर ऑर्डर दिए जा रहे थे। इससे धागों व कच्चे माल की कीमत बढ़ जाएगा। गुरुग्राम के टेक्सटाइल उद्योगों पर काफी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। वहीं धागों व कच्चे माल के दाम बढ़ते हैं, तो नए ऑर्डर पूरा करने में लागत अधिक आएगी। नए ऑर्डर को पूरा करने में व्यापारी को लागत बढ़ने से कम फायदा होगा।
करोड़ों का होता है कारोबार:
गुरुग्राम के उद्योग विहार, सेक्टर-37, आईएमटी मानेसर औद्योगिक क्षेत्र में ढाई हजार कपड़ा उद्योग हैं। यहां पर कई देशो में कपड़े का कारोबार होते है। एक उद्यमी करोड़ों रुपये का कपड़ा हर महीने विदेश में भेजते हैं। कपड़े की सिलाई करने से लेकर अन्य काम होते हैं। उद्यमियों का कहना है कि उनके यहां फिलहाल अभी काम काफी कम है। अब काम बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। कपड़ा उद्योग एक बड़ा रोजगार प्रदाता क्षेत्र है। यहां साल-दर-साल रोजगार की संभावनाएं बढ़ती जा रही थीं।
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