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निगम अधिकारियों और ठेकेदारों की खींचतान पहुंची थाने तक, मामला दर्ज

गुरुग्राम नगर निगम के अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच विवाद थाने तक पहुंच गया है। ठेकेदारों ने निगमायुक्त से मिलकर अपनी मांगें रखी और विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने ठेकेदार यूनियन के प्रधान मनीष सैदपुर...

Newswrap हिन्दुस्तान, गुड़गांवFri, 22 Nov 2024 11:38 PM
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गुरुग्राम। नगर निगम गुरुग्राम के अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच शुरू हुई खींचतान अब थाने तक पहुंच गई है। निगमायुक्त की शिकायत पर सदर थाना पुलिस ने ठेकेदार यूनियन के प्रधान मनीष सैदपुर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं लगातार निगम अधिकारियों की मनमानी से परेशान ठेकेदारों ने पहले निगमायुक्त से मिलकर अपनी मांगे रखी। इसके बाद ठेकेदारों ने निगम कार्यालय के नीचे निगम अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। ठेकेदारों ने कहा कि अगर जल्द ही निगम अधिकारी उनकी मांगो पर काम नहीं करते हैं तो वह पूरे शहर में चल रहे विकास कार्यों को बंद कर देंगे। बता दें कि नगर निगम गुरुग्राम की बिजली शाखा के एसडीओ आशीष हुड्डा ने निगम आयुक्त को शिकायत देकर बताया था कि ठेकेदार यूनियन के प्रधान मनीष सैदरपुर और उसके साथी ठेकेदारों ने जबरदस्ती उनके कार्यालय पर अपनी यूनियन की नाम प्लेट लगाकर कब्जा कर लिया। इस संबंध में निगम आयुक्त अशोक कुमार गर्ग से मनीष सैदपुर और यूनियन के अन्य सदस्यों से मुलाकात की, लेकिन इसी दौरान मामले को लेकर कहासुनी हो गई और ठेकेदार निगम आयुक्त से बाहर आकर कार्यालय परिसर में एकत्रित हो गए। निगम आयुक्त के आदेश के बाद यूनियन के प्रधान मनीष सैदपुर पर सदर थाना पुलिस ने सरकारी ड्यूटी में बाधा पहुंचाने, संपत्ति पर कब्जा करने, बिना अनुमति के कार्यालय में प्रवेश करने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

निगम कार्यालय पहुंची पुलिस टीम

नगर निगम के एसडीओ और ठेकेदारों के विवाद के बाद शुक्रवार दोपहर में नगर निगम के सेक्टर-34 स्थित कार्यालय में सदर थाना पुलिस की एक टीम पहुंची, लेकिन उस समय ठेकेदार यूनियन कार्यालय में ठेकेदार नहीं मिले। निगमायुक्त से मुलाकात करने के बाद ठेकेदार कार्यालय परिसर में एकत्रित हो गए। इसके बाद ठेकेदारों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। ठेकेदारों ने निगम की एसडीओ और अन्य अधिकारियों पर फाइलों को लटकाने और बिलों का भुगतान नहीं करने के आरोप लगाए हैं। इसके अलावा एसडीओ पर रिश्वत मांगने के भी आरोप ठेकेदारों ने लगाए हैं।

यह है पूरा मामला

नगर निगम में काम करने वाले ठेकेदारों की यूनियन को निगम ने 2021 में दूसरी मंजिल पर एक कार्यालय दिया हुआ था। यूनियन के कामकाज के लिए। इसके बाद 2022 में निगम ने ठेकेदार यूनियन से यह कार्यालय वापस लेकर इस पर ताला लगा दिया था। इसके बाद अब बीते एक सप्ताह से यूनियन पदाधिकारी निगम के मुख्य अभियंता सहित अन्य अधिकारियों से कार्यालय के लिए मांग कर रहे थे। ठेकेदारों ने बताया कि मुख्य अभियंता ने उन्हें एसडीओ के कार्यालय को लेने की बात कही थी, लेकिन इसके लिए लिखित में आदेश नहीं दिए। इसके बाद गुरुवार को यूनियन ठेकेदारों ने एसडीओ के कार्यालय के बाहर लगी नाम प्लेट हटाकर वहां यूनियन की नाम प्लेट लगा दी और कार्यालय में जाकर बैठ गए। इसके बाद एसडीओ ने निगमायुक्त को इसकी शिकायत दी थी। अब निगमायुक्त ने सदर थाने में शिकायत देकर यूनियन प्रधान के मनीष के खिलाफ शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करवा दिया है।

काम बंद करेंगे ठेकेदार

ठेकेदार यूनियन के प्रधान मनीष सैदपुर का कहना है कि नगर निगम के मुख्य अभियंता मनोज यादव ने ठेकेदार यूनियन का कार्यालय दिया था। इस बारे में बुधवार को मौखिक आदेश दिए थे। एफआइआर दर्ज कराने, टेंडरों की फाइलों को लटकाने और ठेकेदारों को परेशान करने के अधिकारियों के इस रवैये के खिलाफ सभी ठेकेदार लामबंद हैं। अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। अगर ठेकेदारों की मांगों की अनदेखी हुई तो सभी ठेकेदार काम बंद कर देंगे।

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