परिचालकों से अवैध वसूली के आरोप पर पांच टिकट जांचकर्ता बर्खास्त
गुरुग्राम महानगर सिटी बस लिमिटेड ने पांच टिकट जांचकर्ताओं को अवैध वसूली के आरोप में बर्खास्त किया है। इनकी जगह नए कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। जांच में पाया गया कि सिटी बसों में टिकट नहीं लिए...

गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। गुरुग्राम महानगर सिटी बस लिमिटेड (जीएमसीबीएल) ने परिचालकों से अवैध वसूली का दबाव बनाने के आरोप में पांच टिकट जांचकर्ता को बर्खास्त किया है। इन टिकट जांचकर्ता को 15 दिन पहले रखा गया था। परिचालकों की शिकायत मिलने के बाद जब सिटी बस में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो शिकायत सही पाई गई। इनकी जगह पर नए कर्मचारियों को नियुक्त किया है। जीएमसीबीएल के बेड़े में सिटी बस घाटे में चल रही है। बेड़े में 200 सिटी बस हैं, जिसमें से 150 गुरुग्राम और 50 फरीदाबाद में चल रही हैं। गुरुग्राम में चल रही बस से प्रति किलोमीटर 35 से 40 रुपये और फरीदाबाद में चल रही सिटी बस से 16 से 20 रुपये की आमदनी हो रही है, जबकि यह खर्च 109 रुपये प्रति किलोमीटर आ रहा है। जीएमसीबीएल ने जांच में पाया था कि सिटी बस तो भरकर चलती है, लेकिन यात्री टिकट नहीं लेते हैं। इसके चलते घाटा हो रहा है। इससे उबरने के लिए जीएमसीबीएल ने 30 टिकट जांचकर्ता को दिल्ली इंटीग्रेटिड मल्टी मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (डिम्ट्स) के माध्यम से 15 दिन पहले रखा था। इन्हें प्रति माह 42 हजार रुपये वेतन दिया जाना था।
इनके रखने के बाद सिटी बस के कुछ परिचालकों ने पांच टिकट जांचकर्ता पर अवैध वसूली का दबाव बनाने का आरोप लगाया। इन आरोप की जब जांच की गई तो वह सही पाए गए। ऐसे में पांच टिकट जांचकर्ता को बर्खास्त करके इनकी जगह पर जांचकर्ता को नियुक्त कर दिया है।
15 दिन में 219 बेटिकट यात्री पकड़े
इन जांचकर्ताओं ने 15 दिन के अंदर 219 यात्रियों को बिना टिकट पकड़ा है। प्रत्येक यात्री पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया है। बता दें कि सिटी बस 23 रूट पर दौड़ रही है।
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