मातृत्व वंदना योजना का 400 से अधिक महिलाओं ने उठाया लाभ
केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत सोहना में 509 महिलाओं ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 80% को लाभ मिला। योजना घरेलू महिलाओं के लिए है, जो पहली डिलीवरी पर 5,000 रुपये की राशि प्राप्त...
सोहना, संवाददाता। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना को खंड में श्रेय चढ़ाने में बाल एवं महिला विकास योजना विभाग द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। बीते आठ माह में 509 महिलाओं ने योजना का लाभ लेने के लिए अपना पंजीकरण कराया था। जिसमें से 80 फीसदी महिलाओं को योजना का लाभ मिल चुका है। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के उद्देश्य से बाल एवं महिला विकास योजना हर माह सर्वे करते हुए महिलाओं को पूरा लाभ दिलाने में तत्पर कार्य कर रहा है। वर्ष 2024 में के अप्रैल माह से नवंबर तक खंड में रहने वाली 509 महिलाओं ने अपना पंजीकरण ऑनलाइन कराया था। जिनमें से 402 महिलाओं को योजना के तहत लाभ मिल चुका है। शेष 107 महिलाओं को जनवरी माह तक लाभ मिल जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
- घरेलू महिलाओं के लिए है योजना
केंद्र सरकार की उक्त योजना उन घरेलू महिलाओं के लिए है। जो घर से बाहर किसी नौकरी करने के लिए नहीं जाती है। जिन्हें पहली डिलीवरी के दौरान बेटी पैदा होती है। जिन्हें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से अपना बेटी के जन्म के साथ ही पंजीकरण कराना होता है। योजना के तहत मिलने वाली 5 हजार रुपये की राशि लाभार्थी महिला के बैंक खाते में ऑनलाइन जमा होती है। यह बैंक खाता महिला का निजी होना चाहिए। ताकि महिला प्रस्तुति के बाद अपना खान-पान अच्छे से कर सके। अच्छा खान-पान होने पर जन्म लेने वाली बेटी कुपोषणता का शिकार नहीं बन सकती।
- बेटा के जन्म पर भी प्रोत्साहन राशि
राज्य सरकार की योजना के तहत घरेलू महिला को दूसरी डिलीवरी में बेटा को जन्म देने पर भी पांच हजार रुपये की राशि मिलती है। यदि घरेलू कामकाजी महिला को दूसरी डिलीवरी में भी बेटी होने पर प्रोत्साहन राशि एक हजार रुपये बढ़कर छह हजार मिलेगी। जबकि केंद्र सरकार की तरफ से दूरी बार बेटी के जन्म पर महिला को पांच हजार रुपये की राशि दी जाती है।
- बेटी-बचाओं, बेटी पढ़ाओं योजना को प्रोत्साहन
सुपरवाइजर सरोज बाला ने बताया कि राज्य व केंद्र सरकार की बेटियें के जन्म देने पर महिलाओं को मिलने वाली राशि से बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं योजना को बढ़ावा मिलता है। ताकि बेटियों के जन्म लेने पर अभिभावक निराश नहीं हो और जननी का मनोबल कम नहीं करें।
राज्य सरकार की मुख्यमंत्री मातृत्व सहायता योजना और केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मातृत्व वदना योजना का खंड में महिलाओं को पूरा लाभ मिल रहा है। दोनों ही योजनाओं में बेटियों को जन्म देने वाली महिलाओं के स्वास्थ्य को अच्छा बनाने और जन्म लेने वाली बेटी के शारिरीक विकास के लिए लाभदायक है।
- मनीष कुमारी, सीडीपीओ, सोहना
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।