दिल्ली-जयपुर हाइवे पर पेट्रोल पंप संचालकों पर कार्रवाई की तैयारी
- जीएमडीए ने एचएसवीपी से पेट्रोल पंप संचालकों को आवंटित जमीन की मांगी जानकारी- जीएमडीए ने एचएसवीपी से पेट्रोल पंप संचालकों को आवंटित जमीन की मांगी जानकारी
गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने दिल्ली-जयपुर हाइवे पर हरित क्षेत्र पर हुए कब्जों को अतिक्रमणमुक्त करने की तैयारी कर ली है। इसके तहत पेट्रोल पंप और सीएनजी संचालकों को आवंटित जमीन का सर्वे किया जा रहा है। इस सिलसिले में जीएमडीए ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की प्रशासक और संपदा अधिकारी से पेट्रोल पंप और सीएनजी स्टेशन को आवंटित जमीन की जानकारी मांगी है। यह मिलने के पश्चात जमीन की पैमाइश करवाई जाएगी। यदि हरित क्षेत्र पर कब्जा मिलता है तो पेट्रोल पंप और सीएनजी संचालकों को कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जीएमडीए के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली-जयपुर हाइवे पर सेक्टर-15 के पार्ट वन और दो, 16, 17 और 31 में पेट्रोल पंप और सीएनजी स्टेशन है। अधिकांश पेट्रोल पंप और सीएनजी स्टेशन संचालकों को एचएसवीपी ने जमीन लीज पर दी हुई है। शुरुआती सर्वे में जीएमडीए ने पाया है कि कुछ पेट्रोल पंप संचालकों ने हरित क्षेत्र पर कब्जा किया हुआ है। उसमें अवैध रूप से व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इस मामले को जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए.श्रीनिवास के समक्ष रखा गया है। मंगलवार को इस सिलसिले में एक बैठक बुलाई गई है, जिसमें एचएसवीपी के अधिकारियों से पेट्रोल पंप और सीएनजी स्टेशन को आवंटित जमीन से जुड़ी जानकारी मांगी गई है। यदि इस बैठक में यह जानकारी मिल जाती है तो जीएमडीए की तरफ से इस सप्ताह के अंत तक पैमाइश का कार्य पूरा कर दिया जाएगा। अतिक्रमण मिलने पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
स्ट्रीट वेंडिंग जोन हटाए जाएंगे
जीएमडीए की मुख्य सड़कों के हरित क्षेत्र में नगर निगम ने स्ट्रीट वेंडिंग जोन बनाए हुए हैं। जीएमडीए की पर्यावरण विंग ने इसके ऊपर ऐतराज जाहिर किया है। जीएमडीए ने गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम के आयुक्त से इन स्ट्रीट वेंडिंग जोन को कहीं और स्थानांतरित करने का आग्रह किया है। अधिकारियों का मानना है कि इसकी वजह से सड़क का सौंदर्यकरण खराब हो रहा है। हरित क्षेत्र बर्बाद हो रहा है। गंदगी फैल रही है। यह मामले को लेकर मंगलवार की बैठक में चर्चा की जाएगी।
वाटर एटीएम और मोबाइल टावर पर ऐतराज
जीएमडीए की पर्यावरण विंग ने सर्वे में पाया है कि गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम ने मुख्य सड़कों के साथ लगते हरित क्षेत्र में वॉटर एटीएम और मोबाइल टावर के लिए मंजूरी दी हुई है। अधिकांश वॉटर एटीएम काम नहीं करते हैं, लेकिन इसके ऊपर विज्ञापन लगे हुए हैं। ऐसे में वॉटर एटीएम और मोबाइल टावर को लेकर दस्तावेज मांगे हैं। इन्हें हटाने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
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