Hindi NewsNcr NewsGurgaon NewsFarmers Struggle with Inadequate Electricity Supply for Wheat Crop Irrigation in Sohna

किसानों को गेंहू में पानी देने के लिए नहीं मिल रही पर्याप्त बिजली

सोहना में किसानों को गेहूं की फसल के पहले पानी के लिए आवश्यक बिजली सप्लाई नहीं मिल रही है। जर्जर तारों के कारण बिजली कटौती हो रही है, जिससे फसलें सूखने के कगार पर हैं। किसानों ने बार-बार शिकायत की है,...

Newswrap हिन्दुस्तान, गुड़गांवMon, 25 Nov 2024 04:45 PM
share Share
Follow Us on

सोहना, संवाददाता। क्षेत्र के किसानों को गेहूं की फसल में पहला पानी लगाने के लिए पर्याप्त मात्रा में बिजली सप्लाई नहीं मिल रही है। किसान बिजली निगम अधिकारियों पर लाइनों पर लटकी जर्जर हालत में तारों को भी नहीं बदल रहे हैं। लाइन से तार टूटने पर जान लेवा हादसा घटित होने के पूरे आसार बनें हुए हैं। शहर के 66केवीए पावर हाउस से खंड के गांव खेड़ला, खाईका, सिरसका, गढ़ीबाजीदपुर और महेन्द्रवाड़ा के किसानों को गेहूं और सरसों की फसल में पानी लगाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल रहा हैं। जिस कारण कृषि के लिए मिलने वाली बिजली आपूर्ति में तार टूटने या बार-बार कट लगने से ट्यूवबैल का पानी फसल बिजाई वाले खेतों में पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता है। एक एकड़ जमीन में फसल को पानी देने में पूरा एक दिन लग जाता है। खंड के गांव खेड़ला निवासी ऋषि का कहना है कि गेहूं की बिजाई के बाद फसल को पहला पानी लगना बहुत ही जरुरी है, लेकिन कृषि फीडरों पर दी जाने वाली बिजली की आठ घंटे की सप्लाई में से मात्र 4 से 5 घंटे ही मिल पाती है। लाइन का तार टूट जाने पर तो पूरा दिन बिजली नहीं मिल पाती है। पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिलने से किसानों की गेहूं की फसल सुखने के कगार पर है। गेहूं की फसल से किसानों के चेहरे उतरे हुए हैं।

- बिजली की लाइनों पर जर्जर तारें

कृषि फिडरों पर तारें जर्जर हालत में लटकी हुई है। जिससे बिजली की तारें आए दिन टूट जाने से बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है। किसान प्रवेश का कहना है कि जर्जर तारों को बदलने के लिए कई बार बिजली निगम के कार्यालय में शिकायत की गई है, लेकिन हर बार किसानों को जल्द ही तारों को बदलने का आश्वासन अधिकारियों द्वारा दे दिया जाता है।

कृषि के फिडरों पर जर्जर तारों को बदलने का बजट तैयार किया जा रहा है। उसके बाद जल्द ही टेंडर छोड़कर तारों को बदल दिया जाएगा। बिजली की कटौती नहीं हो रही है। किसानों को पूरे आठ घंटे तय समय के अनुसार कृषि के लिए बिजली मिल रही है।

-मुकेश गौढ़, एसडीओ, बिजली निगम

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें