हिसार और भिवानी से किसानों का जत्था शाहजहांपुर बॉर्डर पहुंचा
रेवाड़ी/गुरुग्राम। दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित रेवाड़ी सीमा के शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों का धरना लगातार...
रेवाड़ी/गुरुग्राम। दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित रेवाड़ी सीमा के शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों का धरना लगातार जारी है। रविवार को धरनास्थल पर भिवानी और हिसार से किसानों का जत्था बॉर्डर पर पहुंचा। जत्थे में महिलाएं और बच्चे भी शामिल रहे। वहीं पिछले 55 दिनों से धरने पर बैठे किसानों को अब स्थानीय ग्रामीणों का भी साथ मिलना शुरू हो गया है। धरना स्थल पर ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन ने कृषि कानूनों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और किसानों के साथ अपनी एकजुटता एवं भाईचारा को प्रदर्शित किया।
धरना स्थल पर किसानों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। स्थानीय ग्रामीण रोजाना ट्रॉलियों में भरकर खाद्य सामग्री भी पहुंचा रहे हैं।
ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष किया डे, पश्चिम बंगाल से संगठन की पदाधिकारी आशा देवी ने कहा कि यह आंदोलन जन आंदोलन बन चुका है। महिलाएं जी जान से इस आंदोलन में शामिल हो रही हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इन कानूनों को वापस लेने के बजाय तानाशाही रवैया अपना रखा है। इस तानाशाही के खिलाफ जोरदार जन आंदोलन ही एकमात्र विकल्प है।
किलेबंदी करके भय का माहौल बना रही सरकार
गुरुग्राम संयुक्त किसान मोर्चा का धरना रविवार को राजीव चौक पर जारी रहा। जिला अध्यक्ष संतोख सिंह ने बताया कि सरकार सत्ता और बंदूक के दम पर किसानों के आंदोलन को तोड़ना चाहती है। सरकार दिल्ली की किलेबंदी करके जनता में भय का माहौल बना रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जनता को सत्ता का भय दिखा रही है ताकि कम से कम लोग किसान आंदोलन से जुड़े। सरकार अमानवीय व्यवहार अपनाकर तानाशाही तरीक़े से आंदोलन को कमज़ोर करना चाहती है। उन्होंने कहा कि जब तक काला कानून वापस नहीं होगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। धरने पर बैठने वालों में पंजाब सिंह, हॉकी कोच फूल कुमार, नवनीत रोज़, बलकेश बाल, बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव अरुण शर्मा, विंग कमांडर एम एस मलिक, डॉक्टर धर्मबीर काठी, डॉक्टर सारिका वर्मा, रेखा यादव, नरेंद्रपाल किलहोड़ शामिल हुए।
किसान सडक़ पर, सरकार अहंकार में: सांसद सुशील गुप्ता
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता रविवार को रेवाड़ी पहुंचे और नगर के बलभद्र सराय स्थित मंदिर प्रांगण में कार्यकर्ताओं की बैठक ली। उन्होंने कहा कि कृषि कानून के खिलाफ देशभर के किसान सडक़ों पर बैठे हैं और सरकार अहंकार में डूबी है। धरनारत किसानों की बिजली काट दी गई है और उन पर आंसू गैस व वाटर कैनन से प्रहार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रायोजित लाल किले की घटना को भाजपा के दीप सिद्धू के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। एफआईआर निर्दोष किसानों पर दर्ज कर दी गई।
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