परीक्षार्थियों को भूगोल पेपर आसान होने पर समय से पहले किया
-जिले के 60 केंद्रों पर 12वीं कक्षा में भूगोल पेपर की परीक्षा हुई -सुबह 10.30 बजे से लेकर दोपहर 1.30 बजे तक छात्र परीक्षा दी- गुरुग्राम, कार्यालय संवा
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गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। जिले के 60 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) का कक्षा 12वीं का भूगोल पेपर की परीक्षा हुई। परीक्षा तैयारी करके सभी प्रश्नों को करने में आसानी हुई। जो समय से दस मिनट पहले ही पेपर पूरा लिया। परीक्षार्थियों ने कहा कि भूगोल पेपर करने में कोई परेशानी नहीं हुई परिणाम भी अच्छा आएगा। केंद्रों पर परीक्षा सुबह साढ़े दस से दोपहर डेढ़ बजे तक हुई। केंद्र पर छात्र समय से ही पहुंच गए। प्रवेश पत्र देखने के बाद छात्रों की केंद्र के अंदर प्रवेश दिया गया। परीक्षा देकर बाहर निकले छात्रों ने कहा कि अन्य पेपरों से भूगोल पेपर काफी आसान आया था। पेपर प्री-बोर्ड जितना आसान लगा। सिलेब्स से ही सभी प्रश्न पूछे गए थे। छात्र अजय, प्रीति, दीवांश, रविंद्र आदि छात्रों ने कहा कि भूगोल पेपर की लगातार तैयारी और अभ्यास से उन्हें आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में देने में आसानी हुई।
प्रश्नों के मिश्रण के साथ था पेपर:
स्कूल के शिक्षकों ने कहा कि सीबीएसई भूगोल का पेपर अच्छी तरह से संतुलित था। एक संतुलित लेवल की कठिनाई, वैचारिक और उच्च-क्रम की सोच (एचओटीएस) के प्रश्नों के मिश्रण के साथ था। यह सभी तैयारी लेवल के छात्रों के लिए एक अच्छी तरह से संतुलित और निष्पक्ष परीक्षा थी। प्रश्न पत्र में बहुविकल्पीय प्रश्न (एमसीक्यू), लघु-उत्तर प्रश्न और लंबे उत्तर वाले प्रश्न शामिल थे। छात्रों के विश्लेषणात्मक और एप्लीकेशन बेस्ड स्किल्स का टेस्ट करते समय सिलेब्स से प्रमुख विषयों को शामिल करते हुए पेपर अच्छी तरह से संतुलित बनाया गया था।
नकल करते पकड़े जाने पर अगले परीक्षा की अनुमति नहीं:
नकल रोकने के लिए परीक्षा केंद्र अधीक्षक की ओर से निगरानी की गई। सीबीएसई की ओर निर्देश है कि परीक्षा के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल या उनके पास पाया जाना गंभीर उल्लंघन माना जाएगा। पकड़े जाने पर छात्रों को न केवल उस वर्ष की परीक्षा से रोका जाएगा, बल्कि अगले साल भी उनकी परीक्षा देने की अनुमति नहीं होगी। सोशल मीडिया पर छात्रों द्वारा परीक्षा संबंधी अफवाहें फैलाने की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े प्रावधान किए गए हैं। इस नए नियम के जरिए सीबीएसई यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि परीक्षाएं निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आयोजित की जा सकें।
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