ग्रेटर नोएडा के फ्लैट में ही कर डाली गांजे की खेती, वेब सीरीज से मिला आइडिया; पुलिस ने दबोचा
पुलिस ने बताया कि राहुल चौधरी 10वीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट में अत्याधुनिक खेती की व्यवस्था के साथ अल-अलग तरह के गांजों की खेती कर रहा था।
ग्रेटर नोएडा के एक श्कस को घर में गांजे की खेती करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। शख्स की पहचान राहुल चौधरी के रूप में हुई है जो मूल रूप से मेरठ का रहने वाला है। पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि राहुल चौधरी 10वीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट में अत्याधुनिक खेती की व्यवस्था के साथ अल-अलग तरह के गांजों की खेती कर रहा था।
डिप्टी कमिश्न साद मिया खान ने कहा कि आरोपी के अपार्टमेंट से 2 किलो से ज्यादा गांजे के साथ 80 गांजे के पौधे जब्त किए गए। वह करीब छह महीने से गांजे की खेती कर रहा था। डीसीपी ने कहा, इसका आइडिया उसे टीवी पर वेब सीरीज और क्राइम सीरियल देख कर आया था। राहुल चौधरी एक जॉइंट ऑपरेशन चलाकर गिरफ्तार किया गया है। खान ने बताया कि चौधरी को स्थानीय बीटा-2 पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने इकोटेक-1 पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के साथ मिलकर और जिले की एंटी-नारकोटिक्स टीम की मदद से बीटा-2 क्षेत्र में पी-3 चौराहे के पास पकड़ा।
पुलिस ने इसके बाद उसके घर पर छापा मारा और लगभग 2.070 किलो गांजा और 163.4 ग्राम हाई ग्रेड 'ओजी' गांजा जब्त किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी एडवांस एरोपोनिक तकनीक से गांजे की खेती कर रहा था और यह तकनीक उसने ऑनलाइन सीखी थी। खेती के लिए पर्याप्त तापमान, लाइट और ह्यूमिडिटी के लिए उसने खास तरीके के उपकरण खरीदे थे। वह विदेशी वेबसाइट से सीड ऑर्डर करता था और पहचान से बचने के लिए खरीदारों से बात करने के लिए एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करता था।
साद मिया खान ने बताया कि हर पौधे पर वह 5 से 7 हजार रुपए खर्च करता था और 60 हजार रुपए में बेचता था। पुलिस ने फ्लैट से उर्वरक, कीटनाशक, पैकेजिंग आइटम और डिजिटल स्केल भी बरामद किए हैं। इस मामले में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है और आगे की कानूनी कार्यवाही चल रही है।