US से बीज मंगा घर पर गमलों में उगाई 'नशे की फसल', 4 माह में कमाए 10 लाख; इंटरनेट से सीखा तरीका
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने पार्श्वनाथ पनोरमा सोसाइटी के फ्लैट में अवैध रूप से गमलों में गांजा उगाने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। मूलरूप से मेरठ जिले का रहने वाला 50 वर्षीय राहुल चौधरी 10वीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट में खेती की अत्याधुनिक व्यवस्था के साथ गांजा उगा रहा था।
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने पार्श्वनाथ पनोरमा सोसाइटी के फ्लैट में अवैध रूप से गमलों में गांजा उगाने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। मूलरूप से मेरठ जिले का रहने वाला 50 वर्षीय राहुल चौधरी 10वीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट में खेती की अत्याधुनिक व्यवस्था के साथ गांजा उगा रहा था। पुलिस ने आरोपी के अपार्टमेंट से गांजे के पौधे और खेती के उपकरण जब्त किए हैं।
फ्लैट में उगाया गांजा, डार्क वेब पर बेचा
कोरोना काल में रेस्तरां बंद हुआ तो राहुल चौधरी ने ऐसे गोरखधंधे को अंजाम दे डाला, इसके बारे में जिसने भी सुना वह हैरत में पड़ गया। उस व्यक्ति ने वेब सीरीज से आइडिया लेकर ग्रेटर नोएडा में किराये के एक फ्लैट में गांजे की खेती कर डाली। विदेश से बीज मंगवाए और इंटरनेट पर गमलों में मादक पदार्थ उगाने की तकनीक सीखी और माल डार्क वेब पर बेचा।
चार महीने पहले शुरू किए गए इस काम से वह 10 लाख रुपये कमा चुका था। मामले की खबर लगी तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। मेरठ के रहने वाले राहुल चौधरी ने गांजे की खेती के लिए सेक्टर-31 स्थित सोसाइटी फ्लैट किराये पर लिया था। पुलिस ने फ्लैट से 50 लाख रुपये का गांजा, कच्चा माल समेत अन्य सामान बरामद किया।
फसल के हिसाब से फ्लैट में किए थे बदलाव
पुलिस ने बताया कि बॉलीवुड में जब ड्रग्स का मुद्दा छाया हुआ था, तभी नशे की दुनिया पर आधारित एक वेब सीरीज आई थी। राहुल चौधरी इस वेब सीरीज से इतना प्रभावित हुआ कि उसने गांजे का व्यापार करने की योजना बना ली। उसने फ्लैट में सेटअप तैयार किया था। सही तापमान के लिए उसने एसी लगवा रखे थे।
पहली फसल ही उगा पाया था आरोपी
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि यह उसकी पहली फसल थी। वह 15 गमलों में ही उगे गांजे की सप्लाई कर पाया था। उसने जितने भी ग्राहक तलाशे, सभी डार्क वेब पर मिले थे। ग्राहक मुंह ढंककर आते थे और आरोपी से गांजा लेकर चले जाते थे। उच्च गुणवत्ता के माल के लिए ग्राहकों ने आरोपी को मुंह मांगी कीमत भी दी। डार्क बेव का खरीदार होने के कारण आरोपी और ग्राहक ने एक दूसरे को पहचान नहीं बताई।
कैलिफोर्निया से बीज मंगाकर गमलों में तैयार किया गांजा
आरोपी राहुल चौधरी से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि उसने फ्लैट में गांजे की खेती करने के लिए अमेरिका के कैलिफोर्निया से ऑनलाइन बीज मंगवाए थे। वहां के बीज से गमलों में ओजी गांजा तैयार किया गया। वह फ्लैट में गांजा की खेती कर मुनाफा कमा रहा था। पुलिस का दावा है कि यह गांजा सबसे महंगा बिकता है।
डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि आरोपी राहुल चौधरी ने विदेशी वेबसाइट सिड्समैन के माध्यम से ऑनलाइन ऑर्डर कर कैनाबिस का बीज आयात किया। बीज की खरीदारी के लिए पेपल ऐप्स के माध्यम से रुपये का लेन-देन हुआ था। पुलिस को शक है कि कैलिफोर्निया से बीज मंगवाया गया था। हालांकि, इसके बारे में अभी जांच की जा रही है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी ने काफी पौधे तैयार भी कर लिए थे।
पुलिस पूछताछ में आरोपी राहुल चौधरी ने बताया कि वह पहले जगत फार्म बाजार में एक रेस्टोरेंट चलाता था। कोरोना काल में उसका रेस्टोरेंट बंद हो गया था। इसके बाद वह बेरोजगार हो गया और आर्थिक स्थिति पूरी तरह कमजोर हो गई। इसके बाद उसने यह काम शुरू किया। हालांकि, पुलिस की जांच में पता चला है कि वह पिछले चार महीने से गांजे की खेती कर रहा था। आशंका है कि वह कोरोना काल के बाद से ही इस धंधे से जुड़ा था। अब वह पुलिस की पकड़ में आया है।
इंटरनेट से सीखा गांजे की खेती का तरीका : डीसीपी ने बताया कि आरोपी राहुल चौधरी अंग्रेजी विषय से पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई कर चुका है। आरोपी इंटरनेट का अच्छा जानकार है, इसीलिए उसने इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से कैनाबिस के पौधों की खेती करने का तरीका जाना। इंटरनेट के जरिये उसने पूरी जानकारी जुटाई कि यह पौधा कितने तापमान में और किस सेटअप में तैयार हो सकता है। इसके बाद उसने विदेशी वेबसाइट के जरिये बीज मंगवाया और फिर डार्क वेब के जरिये इसकी सप्लाई शुरू की, ताकि वह पकड़ा न जा सके।
परिवार को ऑर्गेनिक खेती करने की बात कही : डीसीपी ने बताया कि राहुल चौधरी ग्रेटर नोएडा में परिवार के साथ रहता है, लेकिन उसका परिवार सुपरटेक सीजर सोसाइटी में रहता है। आरोपी राहुल चौधरी ने गांजे की खेती करने के लिए पार्श्वनाथ पनोरमा सोसाइटी में फ्लैट किराये पर लिया था। सोसाइटी के लोगों को और अपने परिवार को उसने बताया कि वह ऑर्गेनिक खेती करता है।
फ्लैट मालिक की भी तलाश : पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी ने बीस हजार रुपये महीने पर फ्लैट किराये पर लिया था। हालांकि, यह फ्लैट किसका है इस बारे में पुलिस को भी पता नहीं चला है।
पौधों के हिसाब से फ्लैट का तापमान सेट किया
पुलिस के मुताबिक, आरोपी राहुल चौधरी ने फ्लैट में गांजे की खेती करने के लिए पूरा सेटअप तैयार किया था। इसके लिए उसने पूरा प्लान तैयार कर रखा था। सोसाइटी के टॉप फ्लोर पर 10वीं मंजिल पर उसने किराये पर फ्लैट लिया था। फ्लैट में पौधा तैयार करने के लिए वह 24 से 28 डिग्री सेल्सियस का तापमान रखता था। सूर्य की रोशनी फ्लैट में नहीं जाती थी। इसके लिए उसने अमेजॉन से ऑनलाइन फुल स्पेक्ट्रम प्लांट ग्रोइंग लाइट मंगवाई थी। पूरे सेटअप के साथ फ्लैट में खेती की जा रही थी।
आरोपी अब तक 30 गमलों में लगा गांजा बेच चुका
पुलिस के मुताबिक, गमले में कैनाबिस का एक पौधा 100 दिन में तैयार होता है। आरोपी राहुल चौधरी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि एक पौधा तैयार करने में पांच से सात हजार रुपये तक का खर्च आता था। इसके बाद एक पौधे से करीब 30 से 40 ग्राम गांजा प्राप्त होता था, जिसे वह 60 से 70 हजार रुपये में बेचता था। वह अब तक 20 से 30 गमलों में लगा गांजा ही बेच पाया था।