त्योहार पर भी इंदिरापुरम के कई इलाकों में नहीं आया पानी
इंदिरापुरम में गंगाजल प्लांट बंद होने से पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। गोवर्धन पूजा के दौरान कई इलाकों में पानी नहीं आया, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। राजेंद्रनगर में दो सप्ताह से गंदा...
ट्रांस हिंडन, वरिष्ठ संवाददाता। गंगाजल प्लांट बंद होने से इंदिरापुरम में पेयजल संकट बना हुआ है। शनिवार को गोवर्धन पूजा के दौरान भी करीब आधा दर्जन इलाकों में पानी नहीं पहुंचा। बाकी इलाकों में भी कम दबाव व समय के कारण पानी पर्याप्त नहीं मिला। इस कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है। गंगाजल प्लांट बंद होने के दौरान नगर निगम व जीडीए अपने नलकूप अतिरिक्त समय चलाकर आपूर्ति का दावा करते हैं। मगर रोजाना कई इलाकों में पानी नहीं पहुंच रहा है। शनिवार को इंदिरापुरम के न्याय खंड एक, ज्ञानखंड तीन, शक्तिखंड दो, अभय खंड दो में पानी नहीं आया। लोगों का कहना था कि काफी देर तक मोटर चलाकर इंतजार करते रहे, लेकिन पानी की एक बूंद भी नसीब नहीं हुई। इसके बाद आरओ प्लांट वालों को फोन कर बोतल बंद पानी मंगाया। सुबह गोवर्धन पूजा के दौरान पानी न मिलने से परेशानी हुई। इसके अलावा वसुंधरा सेक्टर दो और वैशाली के भी कुछ इलाकों में पानी न पहुंचने की कुछ लोगों ने शिकायत की।
दो सप्ताह से आ रहा गंदा पानी
राजेंद्रनगर सेक्टर पांच के कई घरों में दो सप्ताह से गंदा पानी आ रहा है। राधे श्याम पार्क के आसपास के घरों में सुबह नल खोलते ही गंदा बदबूदार पानी आया। लोगों का कहना है कि दो सप्ताह से लगातार शिकायत कर रहे हैं। इसके बाद भी शनिवार को सुधार नहीं हुआ। यहां नई पाइपलाइन डाले जाने के बाद भी पुरानी लाइन से ही आपूर्ति की जा रही है। पुरानी लाइन में लीकेज है, जिस कारण सीवर की गंदगी मिक्स हो जाती है। लगातार गंदे पानी की समस्या से लोगों में रोष पनप रहा है। जलकल विभाग के अवर अभियंता सोमेंद्र तोमर का कहना है कि नलकूपों से पर्याप्त आपूर्ति देने का प्रयास है। जिन इलाकों में पानी नहीं पहुंचा है, वहां खामी ढूंढ़ रहे हैं। राजेंद्रनगर में लीकेज को जल्द ठीक करा लोगों की समस्या का निवारण किया जाएगा।
त्योहार पर हो रहा अतिरिक्त खर्चा
पानी के संकट के कारण लोगों को पानी खरीदना पड़ रहा है। वसुंधरा में रहने वाले कुशल का कहना है कि त्योहार पर पहले से बजट बिगड़ा हुआ है। हर बार पानी के लिए भी बजट अलग से रखना पड़ता है। त्योहारों पर पानी की खपत बढ़ जाती है और प्लांट बंद होने से यह संकट और बढ़ जाता है। इसीलिए कीमतें भी सामान्य दिनों के मुकाबले दो से तीन गुना तक हो जाती हैं। डॉ. एससी बंसल का कहना है कि दूषित पानी से लोगों के बीमार होने का डर बना हुआ है। कई बार लोग बिना देखे पानी का प्रयोग कर लेते हैं। इसका जल्द समाधान करना चाहिए।
प्लांट तक नहीं पहुंचा गंगाजल
गंगनहर की सफाई के बाद गंगाजल छोड़ दिया गया है, लेकिन यह प्लांट तक अभी नहीं पहुंचा है। ऐसे में सोमवार से गंगाजल की आपूर्ति काफी मुश्किल लग रही है। दरअसल सफाई के बाद पानी पहले कम मात्रा में छोड़ा जाता है, क्योंकि नहर में सफाई के बाद भी कूड़ा करकट काफी रहता है। इसीलिए पहले सफाई के लिए पानी छोड़ा जाता है। सफाई के साथ ही मेरठ से पानी को हिंडन नदी में पहले छोड़ा जाएगा। इसके बाद ही गंगाजल प्लांट तक पानी पहुंचेगा। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता पीके जैन ने बताया कि रविवार को मेरठ तक पानी पहुंच जाएगा। वहीं गंगाजल प्लांट प्रभारी ब्रह्मानंद ने बताया कि अभी गंगाजल प्लांट तक नहीं आया है। इसमें अभी दो या तीन दिन और लग सकते हैं। सफाई के बाद आने वाले पानी में काफी गंदगी होती है। इसका उपयोग नहीं करते हैं। इसीलिए गंगाजल की आपूर्ति में अभी समय लग सकता है।
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