केमिकल ड्रम में धमाके के साथ जलते हुए बाहर तक आए थे कर्मचारी
ट्रांस हिंडन। वैभव तिवारी। साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र के साइट-चार में गुरूवार रात ईफर सर्जिमेड में रखे केमिकल ड्रम में धमाके से लगी आग के बाद मंजर...
ट्रांस हिंडन। वैभव तिवारी
साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र की साइट-चार में गुरुवार रात ईफर सर्जिमेड में रखे केमिकल ड्रम में धमाके से लगी आग के बाद मंजर भयावह हो गया था। धमाके के बाद कई कर्मचारी जलते हुए फैक्टरी से बाहर की ओर भागे। आसपास के लोगों ने पानी की बौछार कर आग बुझाई, मगर तक तक वे गंभीर रूप से झुलस चुके थे।
ईफर सर्जिमेड के आसपास की कंपनियों में काम कर रहे प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, काम खत्म होने के बाद घर जाने की तैयारी कर रहे केमिकल फैक्टरी के कर्मचारियों पर अचानक तेज धमाके के साथ कहर टूट पड़ा। हादसे में कई कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। धमाका इतना तेज था कि घटना के बाद आसपास के लोग एकत्र हो गए। इस दौरान लोग बचाने की गुहार लगाते रहे। लोगों को बचाने के लिए पास की अन्य फैक्टरियों से पाइप लगाकर पानी की बौछार मारी जाने लगी, इसके बावजूद केमिकल में लगी आग पर कोई असर नहीं हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना के बाद भयंकर आग के कारण फैक्टरी का बड़ा गेट बंद होने और मलबा गिरने के कारण कर्मचारी बाहर नहीं निकल पा रहे थे। बड़े गेट के साथ ही एक छोटा गेट बना हुआ है, उससे जलते हुए रैंप तक कुछ कर्मचारी आकर गिरे। लोगों ने बताया कि बाहर निकल रहे कर्मचारियों के कपड़े जल रहे थे। फैक्टरी से ही एक महिला बुरी तरह झुलस कर छोटे दरवाजे से किसी तरह बाहर निकली, जिसका शरीर ढकने के लिए आसपास की कंपनियों के कर्मचारियों ने कपड़े दिए। वहीं, एक अन्य महिला को लोगों ने बचाने के लिए कंपनी के गेट से किसी तरह नीचे गिरा दिया।
केमिकल के छींटे पड़ने से झुलसे
केमिकल ड्रम में धमाके के साथ लगी आग के कारण पहली मंजिल पर मौजूद कई कर्मचारियों के ऊपर केमिकल के छींटे पड़ गए, जिस कारण वे बुरी तरह से झुलस गए। वहीं, कच्चे माल सहित कपड़े और अन्य ज्वलनशील पदार्थों में लगी आग तेजी से फैल गई, जिसके कारण लोगों को भागने का मौका नहीं मिला। हादसे में 14 लोग झुलस गए, जिनमें से एक की मौत हो गई है, जबकि दो को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
जान की बाजी लगाकर जुटे थे कुणाल
कर्मचारियों को बचाने में कुणाल आग की चपेट में आ गए। ईफर सर्जिमेड के पास की फैक्टरी में काम करने वाले आनंद विहार निवासी सागर ने बताया कि फैक्टरी मालिक कुणाल आग की चपेट में आने के बावजूद कर्मचारियों को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे। सागर तेज धमाके की आवाज सुनकर फैक्टरी के पास पहुंचे थे, लेकिन अंदर भयंकर आग देखकर उनकी अंदर जाने की हिम्मत नहीं हुई। सागर का कहना है कि लोग जान बचाने के लिए चीख रहे थे। फैक्टरी मालिक कुणाल भी गंभीर रूप से झुलस गए थे, जिन्हें कार से अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि कुणाल लोगों को बचाने के प्रयास में जुटे थे।
12 घंटे की ड्यूटी करते थे कर्मचारी
घटनास्थल के पास स्थित एक कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी के मुताबिक, कंपनी में ज्यादातर महिलाएं काम करती हैं, जो गरीब घरों से हैं।
आंखों देखी
साहिबाबाद साइट-चार में घटनास्थल के पास स्थित एक कंपनी में काम करता हूं। घटना के समय ट्रक लेकर कंपनी के सामने ही खड़ा था। हादसे के बाद ट्रक में मौजूद अग्निशमन उपकरणों से आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई। इसके बाद पास की कंपनी से पानी का पाइप लगाकर आग बुझाने में जुटे।
अलखराम निवासी गोंडा
दूसरी मंजिल पर मौजूद कर्मचारियों ने पीछे की मीडिया कंपनी में जाकर अपनी जान बचाई। घटना के समय मीडिया कंपनी का जाल काटकर पीछे से पानी की बौछार कर आग बुझाने का प्रयास किया। कंपनी के सुरक्षाकर्मियों की सजगता से ही कई महिलाओं और पुरुषों की जान बचाई जा सकी।
वासिद
घटना के बाद तेजी से लोग बाहर निकलने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि, गेट पर आग के कारण वे बाहर नहीं निकल पा रहे थे। आग की तेज लपटों के बीच लोगों के कराहने का मंजर भुलाया नहीं जा सकता है।
इसरार, निवाड़ी
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